
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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बरेली में साइबर ठगों ने कुछ माह पहले पीडब्ल्यूडी कर्मचारी को मनी लॉड्रिंग केस में नाम आने की धमकी देकर दो दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा। उनसे 47,105 रुपये ट्रांसफर करा लिए। पीड़ित कर्मचारी की ऑनलाइन शिकायत पर पुलिस ने रुपये खाते में फ्रीज करा दिए थे। अब कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है।
दुर्गानगर निवासी संजय प्रजापति पीडब्ल्यूडी में वरिष्ठ सहायक पद पर तैनात हैं। 22 मार्च को वह कार्यालय में बैठे थे, तभी अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने बताया कि आपने ताइवान के लिए कोई कोरियर भेजा था, वह कस्टम विभाग ने पकड़ लिया है। कोरियर में ड्रग्स, तीन पासपोर्ट, तीन क्रेडिट कार्ड, लैपटॉप और 35 हजार रुपये होने की बात बताई। संजय ने कहा कि उन्होंने कोरियर नहीं भेजा है। तब कहा कि इसके लिए आपको मुंबई साइबर क्राइम में शिकायत करनी होगी।
होटल में जाने के लिए कहा, खाते की सारी रकम निकलवा ली
सुनील पवार नाम के शख्स ने खुद को सिपाही बताकर कोरियर के बारे में पूछताछ की। बयान दर्ज करने के नाम पर स्काइप पर वीडियो कॉल करवाई और बताया कि तुम्हें मनी लॉड्रिंग केस में मोहम्मद नवाब इस्लाम मलिक के साथ अभियुक्त बनाया गया है। इसके बाद निजी जानकारी हासिल कर ली।
वीडियो कॉल पर ही साइबर ठगों ने कहा कि आप तब तक घर नहीं जा सकते, जब तक रिजर्व बैंक आपको क्लीनचिट न दे दे। ठगों ने उन्हें होटल में रुकने के लिए कहा। संजय स्टेशन रोड स्थित होटल में कमरा लेकर रुक गए। इस दौरान वीडियो कॉल लगातार चलता रहा।