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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की 90वें दीक्षांत समारोह में बंटने वाली डिग्रियां आधुनिक सुरक्षा फीचर से लैस होंगी। पहली बार डिग्रियों को एक खास तरह के कागज पर प्रिंट कराया जा रहा है। इस डिग्री की प्रिंटिंग खराब नहीं होगी और फटेगी व गलेगी भी नहीं। क्यूआर कोड से लैस डिग्रियों को स्कैन करते ही संबंधित छात्र का पूरा ब्योरा उपलब्ध हो जाएगा।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि का 90वां दीक्षांत समारोह 22 अक्तूबर को है। इसके लिए कुलपति प्रो. आशु रानी के नेतृत्व में 22 कमेटियों का गठन किया जा चुका है। करीब डेढ़ लाख अंक तालिकाएं और डिग्रियों को प्रिंटिंग के लिए भेजा जा चुका है। दो से तीन दिन में ये अंक तालिकाएं और प्रमाणपत्र विश्वविद्यालय पहुंच जाएंगे। पहली बार अंक तालिकाओं और प्रमाणपत्रों की नकल रोकने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सिक्योरिटी फीचर भी जोड़े हैं। डिग्रियों को एक विशेष प्रकार के पेपर (नॉन टियरिंग) पर प्रिंट करवाया जा रहा है। इससे ये खराब नहीं होंगी।
अंक तालिका एवं प्रमाणपत्र दोनों में ही दो स्थानों पर होलोग्राफिक लोगो रहेगा। भारतीय मुद्रा की तर्ज पर वॉटर मार्क और सिक्योरिटी थ्रेड जैसा विशिष्ट फीचर भी जोड़ा गया है। इन डिग्रियों पर क्यूआर कोड को भी अपडेट और एडवांस किया गया है। नई डिग्री का क्यूआर कोड स्कैन करते ही संबंधित छात्र का नाम, रोल नंबर, पंजीकरण संख्या के साथ कोर्स और रिजल्ट स्क्रीन पर दिख जाएगा।
छात्र हित के लिए लिया गया निर्णय
परीक्षा नियंत्रक ओम प्रकाश ने बताया कि छात्र हित में अंक तालिका और प्रमाणपत्र में कई नए फीचर जोड़े गए हैं। इससे छात्र-छात्राओं की सहूलियत तो बढ़ेगी ही साथ ही नकली बनाए जाने की संभावना भी समाप्त हो जाएगी।