देव दीपावली पर दुनिया भर से काशी में पहुंचने वाली भीड़ को लेकर कमिश्नरेट पुलिस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। गंगा घाटों पर असंख्य दीपों की झिलमिलाहट के बीच गंगा नदी में पांच किलोमीटर तक जेटी से बैरिकेडिंग की जाएगी। प्रयागराज से शुक्रवार को जेटी भी रविदास घाट पहुंच गई। रविवार तक और भी जेटी पहुंचेगी।
अस्सी से नमो घाट तक बैरिकेडिंग
अस्सी घाट से लेकर नमो घाट के बीच बैरिकेडिंग कर क्रूज और मोटरबोट के संचालन के लिए रूट तैयार किया जा रहा है। एक-एक किमी पर कट बनाए जाएंगे। ताकि कोई भी मोटरबोट लेकर इधर-उधर प्रवेश न कर सके। बैरिकेडिंग के अंदर ही मोटरबोट का संचालन किया जाएगा। छोटी नाव यानी हाथ से चलने वाली नावें पूरी तरह से प्रतिबंधित होंगी। चार नवंबर की रात से ही गंगा में डायवर्जन प्लान लागू हो जाएगा।
गंगा का जलस्तर भी ज्यादा
इस साल गंगा का जलस्तर भी ज्यादा है। दो नवंबर को जिला और पुलिस अधिकारियों समेत सभी विभागों की संयुक्त समन्वय बैठक भी होनी है। जल पुलिस और एनडीआरएफ अधिकारियों के अनुसार गंगा में पांच किमी तक बैरिकेडिंग के बीच मोटरबोट और क्रूज का रूट निर्धारित किया गया है। चेतसिंह किला घाट के पास बैरिकेडिंग नहीं होगी। लगभग एक-एक किलोमीटर पर कट होगा ताकि सुरक्षा के तहत आराम से मोटरबोट का घुमाव हो सके। प्रमुख घाटों जैसे दशाश्वमेध, अस्सी, नमो घाट, पंचगंगा घाट पर गंगा आरती के दौरान घाट किनारे कोई भी नाव नहीं खड़ी होगी। सभी पर प्रतिबंध होगा। गंगा के बीच जेटी से बैरिकेडिंग के अंदर ही सभी मोटरबोट चलेंगे।