
भागवत कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर
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वाराणसी में चल रही कथा में राजा जयचंद के बारे में टिप्पणी से आहत अधिवक्ता अजय प्रताप ने कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर पर आपराधिक मानहानि 356 (2) के अधीन सिविल जज (जूनियर डिविजन)-1 की अदालत में वाद दायर किया है।
वादी अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि देवकी नंदन ठाकुर ने वाराणसी में चल रही कथा में 2 दिसंबर को राजा जयचंद के बारे में आपराधिक टिप्पणी की। उन्होंने कथा में कहा कि भारत विभाजन व कश्मीरी ब्राह्मणों के नरसंहार के लिए जयचंद दोषी हैं। जयचंदों से सनातन धर्म को खतरा है। इन्हीं के कारण पाकिस्तान बना।
वहीं वादी अधिवक्ता का कहना है कि भारत विभाजन व कश्मीरी ब्राह्मणों का नरसंहार धर्म आधारित था। किसी और के कृत्य के लिए राजा जयचंद दोषी कैसे हो सकते हैं? उन्हें अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि जो यह साबित करता हो कि जयचंद गद्दार थे।
यह है इतिहास
जयचंद कन्नौज के राजा थे। जौनपुर सिविल न्यायालय में अटाला माता मंदिर केस विचाराधीन है। ऐतिहासिक साक्ष्य यह प्रमाणित करते है कि अटाला माता मंदिर महाराज जयचंद ने बनवाया था।