Dialogue: Geetika Ganjadhar said- Sometimes when women get power, they behave like men

Amar Ujala Samvad
– फोटो : अमर उजाला

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 मिनिस्ट्री ऑफ टॉक की फाउंडर  गीतिका गंजूधर ने कहा कि कई बार महिला को करियर और परिवार के बीच में एक हो चुनना होता है। यह हमें देखना होता है कि हमारी प्राथमिकता क्या है। मैंने यह तय किया जब बच्चों को उनकी मां की जरूरत ज्यादा हो तब हमें मां के रोल को तवज्जो देना चाहिए। गीतिका ने कहा कि ऐसा हमेशा नहीं होता कि ताकतवर महिला हमेशा महिला के साथ खड़ी हो। कई बार ऐसा भी होता है कि एक महिला जब ताकवर हो जाती है तो वह मर्द की तरह बिहेव नहीं कर सकतीं। 

पैसे मैनेज कर सकती है महिला

गीतिका ने कहा कि यह एक गलत धारणा है कि महिलाएं पैसे मैनेज नहीं कर पातीं और वह दूसरों पर डिपेंड रहती हैं। महिलाएं अपनी पैसों को मैनेज कर सकती हैं। ओसीकम बायो सॉल्यूशंस की संस्थापक और सीईओ अनुराधा आचार्य ने कहा कि पैसे का प्रबंधन बड़ी बात होती है। जैसे एक महिला घर में पैसों का प्रबंधन करती है वैसे ही वह बाहर की दुनिया को भी मैनेज कर सकती है। कई सारी महिलाएं सफल बैंकर हैं। 

संतुलन बनाना होता है अहम

दोनों ही वक्ताओं ने इस बात को प्रमुखता से कहा कि जीवन में संतुलन अहम होता है। आप चाहे घर पर हों या काम पर संतुलन ही जीवन में अहम होता है। 



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