
डिजिटल गैलरी
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स्मार्ट सिटी मिशन के तहत राजकीय संग्रहालय में स्मार्ट गैलरी बनाई गई है। प्रदेश की यह पहली स्मार्ट गैलरी भारतीय और विदेशी सैलानियों को खूब लुभा रही है। 12 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअली इसका उद्घाटन किया था।
लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र ऐतिहासिक, पौराणिक और प्राकृतिक धरोहरों से समृद्ध है। यहां कई ऐसे स्थल हैं, जो पर्यटकों को इतिहास से परिचित कराते हैं। डिजिटल रूप में इतिहास की जानकारी पर्यटकों खासकर युवाओं और बच्चों को खूब आकर्षित कर रही है। यह पूरा संग्रहालय झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को समर्पित है।
उन्होंने कहा कि राजकीय संग्रहालय में युवा पीढ़ी को गौरवशाली इतिहास की जानकारी देने के लिए कई तरह की आधुनिक व्यवस्थाएं की गई हैं। प्राचीन समय में युद्ध का सजीव अनुभव कराने के लिए वर्चुअल रियलिटी (वीआर) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
इससे पर्यटक खुद को युद्ध स्थल के बीच होने का अनुभव करते हैं। यहां कई ऐसे डिजिटल बोर्ड हैं, जिस पर हाथ रखते ही इतिहास से जुड़ी जानकारियां मिलने लगती हैं। पर्यटन मंत्री ने बताया कि संग्रहालय में सबसे अधिक आकर्षक एक बड़ी सी पुस्तक है। यह किताब बोलती भी है, जिसे छूकर बच्चे पढ़ सकते हैं। यह पुस्तक प्रोजेक्टर और सेंसर की सहायता से तैयार की गई है। पुस्तक नए ढंग से इतिहास को प्रस्तुत करती है।
वर्चुअल हेलीकॉप्टर में उड़ान के आनंद के साथ शहर की मुख्य जगहों और उसके इतिहास के बारे में भी जानकारी मिलती है। राजकीय संग्रहालय के उप निदेशक डॉ. मनोज कुमार गौतम ने बताया कि इसका नवीनीकरण झांसी विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने 10 करोड़ रुपये की लागत से कराया है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत म्यूजियम को हाईटेक बनाया गया है। संग्रहालय में वर्चुअल हेलीकॉप्टर राइडिंग के लिए औसतन 155 लोग प्रतिदिन आते हैं। छुट्टियों के दिनों में इनकी संख्या बढ़ जाती है।