मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar News): इंटरनेट और तकनीकी दुनिया ने आज के युवाओं के जीवन को इस तरह से बदल दिया है कि हर क्षेत्र में Digital skill development का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस बदलते हुए माहौल में छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षित करने और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने के उद्देश्य से एस0 डी0 कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी एवं आईडिजिटलप्रेन्योर (दि डिजिटल यूनिवर्सिटी) के बीच एक अहम करार हुआ। इस अवसर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका विषय था “डिजिटल स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम।”

कार्यशाला का शुभारंभ
जानसठ रोड स्थित एस0 डी0 कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में हुए इस कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। इस खास अवसर पर शिवानी सिंघल, जो कि आईडिजिटलप्रेन्योर (दि डिजिटल यूनिवर्सिटी) की एक्सपर्ट करियर काउंसर हैं, और अनुभव कुमार, सचिव, ने छात्रों के बीच डिजिटल शिक्षा के महत्व को लेकर अपने विचार रखे। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को विभिन्न तकनीकी और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों से अवगत कराना था ताकि वे अपने करियर के रास्ते में सही दिशा चुन सकें।

डिजिटल कौशल का महत्व
शिवानी सिंघल ने छात्रों से कहा कि आज के डिजिटल युग में सफलता पाने के लिए डिजिटल कौशल अत्यंत आवश्यक हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि डिजिटल स्किल से न केवल आत्मविश्वास में वृद्धि होती है बल्कि यह व्यक्ति को तकनीकी रूप से सक्षम भी बनाता है। आजकल कंपनियां अधिकतर डिजिटल प्लेटफार्मों पर काम करती हैं, इसलिए डिजिटल कौशल प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए नौकरी के अवसर भी अधिक होते हैं।

शिवानी ने आगे कहा कि आज के शिक्षा जगत में केवल पारंपरिक ज्ञान से काम नहीं चलता, बल्कि तकनीकी शिक्षा और डिजिटल कौशल से युक्त छात्रों को अधिक अवसर मिलते हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस कार्यशाला को छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो उनके करियर को सही दिशा देने में मदद करेगा। डिजिटल शिक्षा से जुड़े सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में भी उन्होंने छात्रों को जानकारी दी, जिससे छात्रों को अपने भविष्य को लेकर कोई भ्रम न रहे।

रोजगार के अवसर और डिजिटल शिक्षा
कार्यक्रम में अनुभव कुमार ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए डिजिटल शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी जिंदगी में सफलता प्राप्त करना चाहता है, तो उसे डिजिटल उपकरणों और तकनीकों का बेहतर उपयोग करना आना चाहिए। यह न केवल रोजगार के अवसरों में मदद करता है, बल्कि समाज में सक्रिय भागीदार बनने में भी सहायक होता है।

भारत सरकार के रोजगार परक शिक्षा अभियान को आगे बढ़ाते हुए, इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को विभिन्न तकनीकी और व्यावसायिक क्षेत्रों के बारे में जानकारी देना था। इसके साथ ही उन्हें यह बताया गया कि कैसे वे डिजिटल कौशल सीखकर अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।

डिजिटल शिक्षा से जुड़े नए अवसर
डिजिटल क्षेत्र में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं। हर दिन नई-नई डिजिटल कंपनियां स्थापित हो रही हैं और वे अपनी टीम के लिए ऐसे कर्मचारियों की तलाश कर रही हैं, जो तकनीकी कौशल से लैस हों। ऐसे में डिजिटल शिक्षा छात्रों को न केवल रोजगार पाने के नए रास्ते खोलने में मदद करती है, बल्कि यह उन्हें व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में भी एक नई दिशा प्रदान करती है।

इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को डिजिटल दुनिया के बारे में अवगत कराना था ताकि वे भविष्य में बेहतर निर्णय ले सकें और अपनी क्षमता का सही तरीके से उपयोग कर सकें।

कार्यशाला में छात्रों और शिक्षकों की भागीदारी
इस खास कार्यक्रम में संस्थान के समस्त छात्र-छात्राएं और शिक्षकगण उपस्थित रहे। इस कार्यशाला ने छात्रों को डिजिटल शिक्षा के महत्व से अवगत कराया और उनके करियर को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभाई। कार्यशाला में छात्रों को यह बताया गया कि कैसे वे अपने जीवन में डिजिटल कौशल को आत्मसात करके अपने भविष्य को संवार सकते हैं।

समाप्ति में धन्यवाद और आशाएं
कार्यशाला के समापन पर शिवानी सिंघल और अनुभव कुमार ने छात्रों को धन्यवाद दिया और उन्हें प्रेरित किया कि वे डिजिटल कौशल की शिक्षा प्राप्त करके अपनी स्थिति को मजबूत करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित होती हैं, जो उनके करियर के रास्ते को आसान बनाती हैं।

आज के डिजिटल युग में, यदि छात्रों को सही दिशा में मार्गदर्शन और शिक्षा मिले, तो वे न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी उच्चतम स्तर पर अपने करियर को स्थापित कर सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि हम इस डिजिटल युग के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें और लगातार नए अवसरों का लाभ उठाएं।

नवीनतम शिक्षा के साथ डिजिटल स्किल्स
आज के समय में शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में डिजिटल बदलाव आ चुका है। प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के कारण छात्रों के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वे अपनी शिक्षा को सिर्फ किताबों तक सीमित न रखें, बल्कि डिजिटल शिक्षा के माध्यम से अपने कौशल को और भी विकसित करें। इस कार्यशाला के माध्यम से छात्रों को यही संदेश दिया गया कि डिजिटल शिक्षा न केवल उन्हें अच्छा रोजगार दिलाएगी, बल्कि यह उनकी सामाजिक और मानसिक विकास में भी मदद करेगी।

इस कार्यक्रम ने मुजफ्फरनगर और आसपास के छात्रों को एक नई राह दिखाई, जिससे उन्हें यह महसूस हुआ कि डिजिटल कौशल केवल रोजगार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनकी व्यक्तिगत और सामाजिक जिंदगी में भी अहम भूमिका निभाता है।



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