– बुंदेलखंड की प्राचीन नदी को मिलेगा पुनर्जीवन
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नीरज वर्मा
झांसी। पहूज नदी में नालों का गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए बनाया गया सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट 25 सितंबर से शुरू हो जाएगा। दो दिन के ट्रायल के बाद 27 सितंबर को झांसी आ रहे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन करेंगे। पहूज नदी को पुनर्जीवन देने की दिशा में यह बेहद अहम कदम साबित होगा।
बुंदेलखंड की प्राचीन नदियों में से एक पहूज अपनी लगभग दो सौ किमी की जीवन यात्रा के पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराती है। नदी को पुनर्जीवन देने के लिए अमर उजाला की ओर से मुहिम चलाई जा रही है, जो अब रंग लाने लगी है। नदी में महानगर के चार नालों का गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए नगर निगम ने 100 करोड़ रुपये की लागत से 26 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनवाया है। विद्युत सुरक्षा का अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद बिजली विभाग की ओर से 1467 किलोवाट (205, 54, 210, 917 व 81 किलोवाट) के पांच अलग-अलग बिजली कनेक्शन भी दे दिए हैं। 25 सितंबर से नालों के गंदे पानी का शुद्धिकरण शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद साफ पानी को पहूज नदी में छोड़ा जाएगा। दो दिन के ट्रायल के बाद झांसी दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 सितंबर को एसटीपी का उद्घाटन करेंगे। एसटीपी के चालू होने से पहूज नदी को काफी हद तक गंदगी से निजात मिल जाएगी।
पहूज नदी में नालों का गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए 26 एमएलडी क्षमता का वाटर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है, जिसे 25 सितंबर से शुरू कर दिया जाएगा। दो दिन के ट्रायल के बाद 27 सितंबर को मुख्यमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे। – सत्यप्रकाश, नगर आयुक्त