
बेटी व पिता से मारपीट का मामला
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दो सौ रुपये का पर्चा न बनवाने पर डॉक्टर ने डेढ़ माह से इलाज करवा रही एक युवती से गाली-गलौज कर दी। युवती ने विरोध किया, तो डॉक्टर और अस्पताल कर्मियों ने शिक्षक पिता-पुत्री को जूते-चप्पलों से सड़क पर जमकर पीटा। पिटाई से आहत युवती बेहोश हो गिर गई। डॉक्टर और अस्पताल कर्मचारियों की पिटाई से आहत मां-बेटी व परिजनों ने सड़क पर जाम लगा दिया। युवती के परिजन दोषी डॉक्टर और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे।
फतेहगढ़ के मोहल्ला पुलमंडी निवासी विनोद कुमार कायमगंज के ब्राहिमपुर प्राइमरी स्कूल मेें शिक्षक हैं। उनकी बेटी अंकिता की डेढ़ माह पहले हाथ की हड्डी टूट गई थी। उसने आवास विकास स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाकर इलाज कराया। कुछ दिन पहले प्लास्टर कटने के बाद भी दर्द कम न हुआ, तो शनिवार शाम करीब चार बजे अंकिता पिता के साथ अस्पताल पहुंची। उसने डॉक्टर से राय लेने की बात कही, तो कर्मचारी ने 200 रुपये का पर्चा बनवाने की जिद की।
युवती ने कहा कि उसे सिर्फ राय लेना है। वह अपने इलाज में 30 हजार रुपये दे चुकी हैं। इतना कहते हुए युवती डॉक्टर के चैंबर में घुस गई। आरोप है कि बिना फीस चुकाए पहुंचने पर डॉक्टर ने युवती को गाली दी। युवती ने विरोध किया तो उसे पीटते हुए बाहर निकाल दिया। युवती अस्पताल के बाहर पहुंची तो आरोपी डॉक्टर और उसके कर्मचारियों ने युवती और उसके पिता को जूते चप्पलों से पीट दिया। पिटाई से आहत युवती बेसुध होकर जमीन पर गिर गई। युवती के परिजनों और अस्पताल कर्मचारियों की बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस मूक दर्शक बनी रही।