
पर्वत सिंह बादल उरई (ब्यूरो चीफ जालौन)✍️
(उरईजालौन)उरई: जालौन जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गेश कुमार ने विकास भवन स्थित रानी लक्ष्मीबाई सभागार उरई में जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय समीक्षा कर विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कदौरा एमओआईसी अनुपस्थिति होने पर वेतन रोकने के निर्देश। आकांक्षात्मक ब्लॉक रामपुरा व जालौन में हेल्थ इंडिकेटर, स्वास्थ्य विभाग के एनसीडीएस स्क्रीनिंग में प्रगति आगंनवाड़ी द्वारा बच्चों का बजन लम्बाई की प्रगति खराब होने पर डीपीओ, बेसिक शिक्षा अधिकारी, नीडल अशिकारी एसीएमओ समस्त एमओआईसी व संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। आभा आईडी की प्रगति की समीक्षा की गई, जिसमें कुठौन्द, जालौन और रामपुरा ब्लॉकों की प्रगति जनपद औसत से कम पाई गई। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि इन ब्लॉकों में 15 दिनों के भीतर सुधार सुनिश्चित किया जाए तथा आगामी बैठक में न्यूनतम 75% आभा आईडी बनाना अनिवार्य किया जाए। गर्मी और लू के प्रभाव को देखते हुए समस्त चिकित्सा इकाइयों में ठंडे पेयजल और कोल्ड रूम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश चिकित्सा अधीक्षकों को दिए गए। जननी सुरक्षा योजना और मंत्रा पोर्टल पर कम प्रगति वाले ब्लॉकों जैसे रामपुरा, कुठौन्द, कदौरा, नदीगांव, माधौगढ़, कोंच, कालपी, पिण्डारी आदि को सख्त चेतावनी दी गई तथा शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। एचआरपी गर्भवती महिलाओं में उच्च जोखिम की पहचान कार्य की समीक्षा में शून्य चिन्हांकन वाले ब्लॉकों को फटकार लगाते हुए सघन कार्यवाही के निर्देश दिए गए। एफबीएनसी पोर्टल, ईकवच पोर्टल, टीकाकरण और प्रसव रजिस्ट्रेशन में न्यूनतम प्रगति वाले ब्लॉकों को चिन्हित कर सख्त चेतावनी दी गई। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा में नोटिफिकेशन और डीबीटी भुगतान में पिछड़े ब्लॉकों कुठौन्द, माधौगढ़, रामपुरा, बावई, डकोर को शतप्रतिशत लक्ष्य पूर्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि अति कुपोषित बच्चों को प्राथमिकता पर एनआरसी में भेजा जाए और डिस्चार्ज से पहले वजन प्राप्ति अनिवार्य की जाए। साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों की नियमित निगरानी और आरबीएसके टीम की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी क्षेत्रीय भ्रमण करें और योजनाओं की जमीनी हकीकत से अवगत होकर त्वरित सुधारात्मक कदम उठाएं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, सीएमएस प्रशांत निरंजन समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और चिकित्सक उपस्थित रहे।