फोटो- 12
किसान दिवस : नंबर न लगने पर गांव-गांव में कर्मचारी नियुक्त कर शिकायत दर्ज कराने के दिए निर्देश
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कार्यरत बीमा कंपनी की हकीकत उस समय सामने आ गई, जब जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने किसान दिवस में बीमा कंपनी का टोलफ्री नंबर लगवाया। टू-टूकर फोन कट जाने पर डीएम ने नाराजगी जाहिर करते हुए गांव-गांव में कर्मचारी नियुक्त कर शिकायत दर्ज कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि बिना बीमा वाले किसानों को भी आपदा राहत कोष से जल्द ही मुआवजा दिलाया जाएगा।
बुधवार को विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस में फसल नुकसान पर बीमा क्लेम का मुद्दा छाया रहा। उप कृषि निदेशक बसंत कुमार दुबे ने बताया कि खरीफ 2024 फसल का बीमा 1.14 लाख किसानों ने कराया था। बीते दिनों से हो रही बारिश से अब तक 43902 किसानों ने फसल खराब होने का व्यक्तिगत दावा किया है। भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष कीरत बाबा ने कहा कि बीमा कंपनी के प्रतिनिधि किसानों को गुमराह कर रहे हैं। वह फर्जी तरीके से 90 फीसदी फसल खराब होने का झांसा देकर हस्ताक्षर करा रहे हैं। कंपनी का टोल फ्री नंबर लगाने पर उधर से भी अपनी ही आवाज सुनाई पड़ रही है। भारतीय किसान संघ के प्रांत उपाध्यक्ष केहर सिंह ने कहा कि बीमा कंपनी के प्रतिनिधि ठग रहे हैं।
एक किसान का छलका दर्द
कुछ महीने पहले एक किसान ने गेहूं का बीज अनुदान पर लिया था। बीज की राशि का भुगतान कर दिया था, लेकिन अब तक उसके खाते में अनुदान की राशि नहीं आई। किसान ने बताया कि जब उसने अधिकारी को फोन लगाया तो उसने बात न करने की नसीहत दे डाली। मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने जल्द भुगतान कराने के निर्देश दिए।