
एटा पुलिस ने की मदद
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एटा पुलिस कार्यालय शनिवार को जो हुआ, उसने समझाया कि पुलिस मानवीय संवेदना के मामले में किसी से पीछे नहीं है। हादसे में पिता सहित अपना एक पैर खोने वाले लाचार युवक के लिए पुलिस अभिभावक बन गई। इलाज के लिए उसे 42 हजार रुपये की सहायता दी। स्वस्थ होने पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी दिलाने का वादा भी किया है।
मूल रूप से गांव इन्छा थाना जसवंतनगर जनपद इटावा निवासी अतुल कुमार वर्तमान में एटा कोतवाली नगर के गांव रुद्रपुर में रह रहा है। उसके पिता इटावा में पुलिस विभाग में फोलवर (कुक) का कार्य करते थे। जो सेवानिवृत्त हो चुके थे। 2019 में मोटरसाइकिल पर जाते समय उसके पिता की मृत्यु हो गई तथा उसके पैरों में गंभीर चोट आई। 2021 में उपचार के दौरान उसके एक पैर को काटना पड़ा। इसके बाद और उपचार तथा कृत्रिम पैर की जरूरत थी। नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर राजस्थान में इसके लिए चिकित्सकों ने 35000 रुपये का खर्चा बता दिया। अतुल के पास इतने रुपये नहीं थे। ऐसे में वह अंदर से पूरी तरह टूट चुका था।
पिता पुलिस विभाग में रहे थे, इसलिए पुलिस से उसे सहारे की उम्मीद दिखी। शुक्रवार को आकर एसएसपी एटा राजेश कुमार सिंह से मिला। उसकी दर्दभरी आपबीती सुन एसएसपी का दिल पसीज गया। सभी थानों, पुलिस कर्मियों को स्वेच्छा से आर्थिक मदद का संदेश पहुंचाया और खुद भी मदद की। इस तरह कुल 42901 रुपये एकत्रित हुए।
शनिवार को उसे इलाज के लिए यह धनराशि मुहैया कराई गई। साथ ही एसएसपी ने आश्वासन दिया कि वह इलाज कराकर चलने-फिरने में समर्थ हो जाए। इसके बाद उसे दैनिक वेतनभोगी के रूप में पुलिस विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद (कुक) पर नियुक्ति दिलाए जाने का प्रयास करेंगे।
