पैमाइश के लिए रुपये न देने से बौखलाए लेखपाल और कानूनगो पर तहसील परिसर में ही एक बुजुर्ग किसान और उसके बेटे को बंधक बनाकर पीटने का आरोप लगाया गया है। बुजुर्ग के बेटे ने अन्य फरियादियों के साथ मिलकर हंगामा किया। उनसे लेखपाल पर रुपये 50 हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया। सूचना पर एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर पहुंच गए। उन्होंने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस पर लोग शांत हुए। डीएम ने पहुंचकर घटना की जानकारी ली। उन्होंने सदर तहसीलदार को जांच सौंपी है।
शमसुद्दीन (65) निवासी गांव खुड़ीसर ने बताया कि गुरुवार को वह अपने खेत की पैमाइश के लिए लेखपाल से मिलने तहसील गए थे। आरोप है कि दो बीघा जमीन की पैमाइश के लिए वह लगभग दो साल से तहसील के चक्कर लगा रहे थे। गांव के एक व्यक्ति ने मध्यस्थता करते हुए लेखपाल से बात कराई। लेखपाल ने 50 हजार रुपये की मांग की। शमसुद्दीन के बेटे इसराज ने बताया कि उस व्यक्ति ने 30 हजार रुपये लेखपाल को दिलवा भी दिए थे। बताया कि उस समय रिश्वत देते हुए एक ऑडियो उसने बना लिया था। बताया कि गुरुवार को तहसील के एक कमरे में लेखपाल, कानूनगो, गांव का व्यक्ति और वह पिता शमसुद्दीन के साथ बैठे थे।
इस दौरान लेखपाल ने और रुपयों की मांग की। इसे लेकर तनातनी होने लगी। इसराज ने रिश्वत वाला ऑडियो सुना दिया तो आरोपियों ने कमरे का दरवाजा बंद करके उन्हें जमकर पीटा। इसराज ने बताया कि वह किसी तरह से बाहर पिता को लेकर बाहर निकलकर आया। इसराज और उसके पिता की ओर से जैसे ही अन्य फरियादियों के सामने पिटाई की बात कही गई तो हंगामा शुरू हो गया। इशराज एसडीएम की गाड़ी के सामने बैठ गया। उधर, हंगामे के बीच आरोपी लेखपाल, कानूनगो और गांव का व्यक्ति मौके से निकल गए। जानकारी पर पहुंचे एसडीएम सदर विक्रम राघव और तहसीलदार सदर राजकुमार बुजुर्ग को समझाया। वृद्ध अधिकारियों के सामने रोने लगा। एसडीएम ने पीड़ितों को समझाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जानकारी पर डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ला भी पहुंच गए। उन्होंने तहसीलदार सदर को जांच सौपी है।
घटना की जानकारी पर तहसील गया था। पीड़ित पक्ष के आरोपों की जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर लेखपाल और कानूनगो पर कार्रवाई की जाएगी। – विक्रम राघव, एसडीएम सदर
