बरात में दूल्हे के रथ पर चढ़कर बीएसएफ कर्मी ने हर्ष फायरिंग की थी। गोली पास खड़े युवक का पेट चीर गई थी। घटना के करीब 16 दिन बाद सोमवार देर रात आगरा के निजी अस्पताल में युवक ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने प्राथमिकी हत्या में तरमीम की है। 30 नवंबर को ऊसराहार से सुमित कश्यप की बरात ताखा गांव गई थी। बरात में शामिल बीएसएफ कर्मी शेष कुमार यादव निवासी जनता कॉलोनी मंडी गेट इटावा ने दूल्हे के रथ पर चढ़कर पिस्टल से फायर किया था। गोली नीचे खड़े सूर्यकांत गुप्ता उर्फ पुष्कर (28) के पेट में जा लगी थी। डॉक्टर रीढ़ की हड्डी में फंसी गोली नहीं निकाल सके थे। परिजन उसे दिल्ली और फिर गुरुग्राम के निजी अस्पताल ले गए थे लेकिन हालत न सुधरने पर परिजन सूर्यकांत को ग्वालियर ले जाने का प्रयास कर रहे थे।
रास्ते में सोमवार रात करीब 12 बजे सूर्यकांत ने दम तोड़ दिया। इस मामले में मृतक के पिता अवधेश गुप्ता ने बरात में झगड़ा होने के बाद गोली मारने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। थानाध्यक्ष बलराज भाटी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया है। मामला हत्या की धाराओं में तरमीम कर लिया गया है। आरोपी के दो असलहे जब्त करके उसे जेल भेजा जा चुका है।
