
सपा प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र देते जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश राय
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10 साल बाद सपा ने अपने गढ़ पर फिर कब्जा किया है। सपा प्रत्याशी जितेंद्र दोहरे ने 4,90,747 लाख वोट पाकर 58,419 वोटों से जीत दर्ज की है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने रात करीब नौ बजे सपा प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र दिया। सपा मुखिया अखिलेश यादव के गृह जनपद में 10 साल बाद सपा फिर सीट पर कब्जा कर सकी है।
वहीं 2014 और 2019 में जीत दर्ज करने वाली भाजपा को दिग्गज नेता प्रो. रामशंकर कठेरिया के उतारने के बाद भी हार का सामना करना पड़ा। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे से मंडी परिसर में इटावा लोकसभा सीट की इटावा और भरथना विधानसभा व मैनपुरी लोकसभा की जसवंतनगर विधानसभा के वोटों की गिनती शुरू कर दी गई थी। इटावा लोकसभा में पहले चक्र से सपा प्रत्याशी जितेंद्र दोहरे ने बढ़ता बनानी शुरू कर दी थी, जो अंतिम चक्र तक जारी रही।
भीषण गर्मी के बीच चक्रों के परिणाम देखकर जहां भाजपा प्रत्याशियों के चेहरों पर सिकन नजर आने लगी थीं। वहीं सपा कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज दिखे। चक्रों की गिनती बढ़ने के साथ सपा प्रत्याशी जितेंद्र दोहरे और भाजपा प्रत्याशी प्रो. रामशंकर कठेरिया के बीच वोटों का अंतर बढ़त जा रहा था। अंतिम चक्र में सपा प्रत्याशी ने 490747 वोट हासिल करके जीत दर्ज की। वहीं भाजपा प्रत्याशी प्रो. रामशंकर कठेरिया ने 432328 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। उधर, बसपा प्रत्याशी सारिका सिंह सिर्फ 96541 वोट ही पा सकीं।
