इटावा सामूहिक हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। परिवार के मुखिया मुकेश कुमार वर्मा का दिल्ली की एक महिला से अफेयर था। रुपयों को लेकर भी परिवार में विवाद रहता था। मुकेश आर्थिक तंगी से घिर गया था। उसके कई लाख रुपये रिश्तेदारों पर थे, वो देने के लिए तैयार नहीं थे। मुकेश ने पत्नी और तीन बच्चों की हत्या की प्लानिंग पहले ही कर ली थी। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वो करवाचौथ वाले दिन ही खुदकुशी करना चाहता था, लेकिन उसे उसकी पत्नी रेखा ने रोक लिया था। रविवार को जब एक बार फिर मुकेश ने मरने की बात की तो पत्नी रेखा ने कहा था कि हमारे बाद बच्चों को कौन देखेगा, इसलिए उन्हें भी साथ लेकर मरने का फैसला किया गया। 




दिल्ली की महिला मित्र से भी था परिवार में तनाव

सोमवार को इटावा के लालपुरा में सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं रहीं। हर कोई यह जानना चाहता था कि ऐसा क्या हो गया जो मुकेश ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। मुकेश के कुछ करीबियों की माने तो कुछ साल पहले दिल्ली में मुकेश की किसी महिला से दोस्ती हो गई थी। इसकी जानकारी पत्नी को होने के बाद परिवार में तनाव की स्थिति रहने लगी थी। उक्त महिला दोस्त भी कई तरह से मुकेश को परेशान करती रहती थी। बताया जा रहा है कि महिला तलाकशुदा थी। हालांकि अभी तक की जांच पड़ताल में पुलिस ने ऐसे किसी भी तथ्य की जानकारी होने से इनकार किया है।

 


आर्थिक तंगी से घिरा मुकेश बोला-जमीन बची न दुकान रिश्तेदारों ने हड़पा पैसा

आपको बता दें कि परिवार को खत्म करने के बाद मुकेश रेलवे ट्रैक पहुंचा और जान देने की कोशिश की, हालांकि उसे पकड़ लिया गया। मुकेश का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उसने बताया कि उसके 15 लाख रुपये करीबी रिश्तेदारों के पास हैं। जिसे वो दे नहीं रहे हैं। इस वक्त काम काज चल नहीं रहा था। जमीन भी नहीं बची थी। इस पर वही रिश्तेदार आए दिन ताने भी मारते थे। इससे वह काफी परेशान था। 


किसी के गले नहीं उतर रही मुकेश की कहानी

यह पूरी बात सुसाइड नोट में लिखकर सीओ सिटी को भेज दी है। बताया कि पत्नी और बच्चों को मारते हुए बहुत तकलीफ हो रही थी, लेकिन क्या करता मजबूर था। तानों से परेशान होकर यह कदम उठाया है। पत्नी और तीनों बच्चों को मौत के घाट उतारने के बाद मुकेश दिन भर की जो कहानी बता रहा है, वह भी किसी के गले नहीं उतर रही है। 

 


रेलवे ट्रैक पर जाकर जान देने का फैसला किया

मुकेश का कहना है कि चारों की हत्या के बाद उसने पत्नी की दो अंगूठी अपने एक परिचित सराफ को बेची। उससे जो रुपये मिले उनसे दो लोगों का 15,700 रुपये का का उधार चुकाया। इस तरह से सोमवार का पूरा दिन बीता। इसके बाद रात नौ बजे रेलवे ट्रैक पर जाकर जान देने का फैसला किया। एसएसपी संजय वर्मा ने बताया सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। तथ्य के आधार पर कार्रवाई होगी। 




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