निवाड़ीकला। भोगनीपुर निचली गंगा नहर से निकले निवाड़ीकला रजबहा के इंद्रापुर माइनर में टेल तक पानी न पहुंचने से क्षेत्र के 100 से अधिक किसानों की धान की फसल सूखने की कगार पर है। विभागीय अधिकारी टालमटोली कर जिम्मेदारी से बच रहे हैं। इससे किसानों में रोष हैं।
गर्मी बढ़ने और बारिश न होने से इन दिनों धान की फसल में सिंचाई की अत्यंत आवश्यकता है। किसान रजबहों और निजी नलकूपों की सहायता से सिंचाई में जुटे हैं। ऐसे में इस माइनर में पानी न आने से किसान मायूस हैं। उनका कहना है कि जब पानी की जरूरूत है तो विभाग मेन फाटक को बंद कर देता है इससे पानी का बहाव रुक जाता है। इससे टेल तक पानी नहीं पहुंच पाता है। पानी की कमी के चलते एक हजार बीघा से अधिक धान की फसल सूखने की कगार पर है।
किसान मुन्नू सिंह भदौरिया, योगेंद्र ,मथुरा सिंह सेंगर, ओमप्रकाश, रजपाल सिंह, जसवंत कुमार, शिवकिशोर तिवारी, भानू प्रताप सिंह, जगमोहन सिंह, विश्राम सिंह, अर्चना सिंह, राकेश, सुरेश, राजवीर, रज्जे सिंंह, मुन्ना सिंह, सुषमा देवी, ममता देवी का कहना है कि निवाड़ीकला रजबहा से निकले इस माइनर में 15 दिन से पानी के बहाव में लापरवाही की जा रही है। अगर समय रहते पूरा पानी नहीं छोड़ा गया तो धान की फसल को काफी नुकसान हो जाएगा। इससे फसल की पैदावार पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
बोले किसान
– टड़वा स्माइलपुर निवासी किसान रघुवीर ने बताया कि इस समय धान की फसल में बाली आने को तैयार है। ऐसे में फसल को सिंचाई की आवश्यकता है। समय रहते अगर पानी न मिला तो 100 से अधिक किसानों की धान की फसल बर्बाद हो जाएगी। किसान ओमप्रकाश ने बताया कि माइनर को अनावश्यक रूप से दो-दो सप्ताह के लिए बंद कर दिया जाता है। अभी तक बूंदाबांदी से फसल में नमी बनी रहती थी लेकिन अब तो बारिश भी नहीं हो रही है। किसान आजाद प्रजापति का कहना है कि धान का क्षेत्रफल काफी अधिक है। जल्द ही सभी किसान मिलकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे। किसान सतीश चंद ने बताया कि पहले कभी इस प्रकार की समस्या नहीं हुई है। इस बार पता नहीं क्यों फाटक को बंद कर दिया जाता है। विभाग को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
इन गांवों के किसानों को हो रही परेशानी
माइनर का फाटक बंद होने से टड़वा स्माईलपुर , इंद्रापुर , भिटारी , सेखूपुर ,कुरयानी , नगला पल्टू, निवाड़ी कला , नगला भदौरिया सहित कई गांवों के किसान परेशान हैं।
वर्जन
हर जगह पानी की कमी है। विभाग की प्राथमिकता है कि हर जगह पानी पहुंचाया जाए। इंद्रापुर माइनर को साप्ताहिक रूप से चलाकर टेल तक पानी पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। – प्रदीप चौहान, जेई सिंचाई विभाग।