जसवंतनगर। ग्राम बनकटी बुजुर्ग में बीमारी फैलने की खबर अमर उजाला के शनिवार के अंक में प्रकाशित होने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव की ओर दौड़ीं। एसडीएम ने खुद दौरा कर गांव की साफ-सफाई कराने और एंटी लार्वा का छिड़काव कराने के निर्देश दिए। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में शिविर लगाकर जांचें कीं।
बनकटी बुजुर्ग गांव में गंदगी के ढेर लगे होने की वजह से करीब 15 दिनों से संक्रामक रोगों ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। 14 सौ आबादी वाले गांव में लगभग तीन सौ बुखार, टाइफाइड, डेंगू, मलेरिया और वायरल से पीड़ित हैं। इसकी रिपोर्ट शनिवार 2 सितंबर के अंक में अमर उजाला में प्रकाशित होने पर स्वास्थ्य विभाग की दो टीमें गांव पहुंचीं। सीएचसी के डॉ. शांतनु यादव के नेतृत्व में फार्मासिस्ट उदयवीर सिंह यादव, लैब टेक्नीशियन अनीश कुमार राजपूत ने शिविर लगाकर लोगों का ब्लड टेस्टिंग की।
लगभग 2 घंटे बाद इटावा से भी स्वास्थ्य विभाग की एक टीम गांव में पहुंच गई। उसने भी ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की। उन्होंने लगभग 60 से ज्यादा लोगो के डेंगू , मलेरिया, टाइफाइड की ब्लड टेस्टिंग की। 102 लोगों को दवाइयां बांटी। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचने से पहले ही बुखार से पीड़ित लोग इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल जा चुके थे। डॉ. शांतनु यादव ने बताया है कि रविवार को भी स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि गांव की 80 वर्षीय कृष्णा देवी को एनएस- 1 डेंगू पॉजिटिव पाए जाने पर 108 एंबुलेंस बुलाकर संयुक्त चिकित्सालय इटावा में भर्ती कराने के लिए गांव से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से भिजवाया गया। एक 12 वर्षीय बालिका आर्य को भी डेंगू पॉजिटिव पाए जाने पर उसके परिजनों को सलाह दी गई। गांव की ही किरण देवी 40 वर्ष को ब्लड टेस्टिंग में टाइफाइड से ग्रसित पाया गया। शाम करीब तीन बजे पहुंचे एसडीएम कौशल कुमार गांव पहुंचे।
ग्रामीणों ने गांव के बीच बनी तलैया में भीषण गंदगी होने तथा वहां पर बड़ी मात्रा में मच्छरों का प्रकोप होने की बात कही। ब्लाक अधिकारी तथा प्रधान कतई गंभीरता नहीं दिखाते हैं। ग्रामीण विभिन्न बीमारियों से ग्रसित है। एसडीएम ने पंचायत सचिव को निर्देशित किया कि यहां पर तीन दिन तक लगातार एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाए। नालियों की साफ सफाई भी की जाए। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि घरों में जहां गंदा पानी भरा हो वहां पानी बदल दें।