इटावा। दिवाली पर घरों की साफ-सफाई और रंग रोगन करने के बाद लोगों ने अब घरों की सुंदरता बढ़ाने और उन्हें महकाने में लगे रहे। रविवार को सुबह से लेकर दोपहर बाद तक फूलों की जमकर खरीदारी की। इस वजह से शहर के लगभग सभी चौराहों के आसपास फूलों की दुकानें लगीं थीं। लोग सुबह से फूलों की खरीदारी करते दिखाई दिए।
लोगों की पसंद घरों के द्वार पर बंदनवार के लिए अशोक व आम के पत्ते व गेंदा के फूल की लड़ी रही। इस वजह से फूलों की कीमत भी बढ़ी रही। गेंदा के फूल 100 रुपये, गुलाब के फूल 400 रुपये किलो में बिके। इसके अलावा गणेश-लक्ष्मी की पूजा के लिए कमल का फूल व कमल गट्टा की माला 100 रुपये जोड़ी बिकी। रविवार को फूल खरीदने के लिए साबितगंज, पक्का तालाब चौराहा, बलराम सिंह चौराहा आदि चौराहों पर फूलों की दुकानें लगीं रहीं।
रोशनी का त्योहार दिवाली मिठाइयों का पर्व भी है। पूजा में मिठाई गणेश-लक्ष्मी और कुबेर जी को अर्पित किया। साथ ही लोग अपने शुभचिंतकों व प्रियजनों को उपहार में मिठाइयां भेंट करते हैं। इस वजह से दिवाली के दिन रविवार को शहर की मिठाइयों की लगभग सभी दुकानों पर सुबह से लेकर शाम ढलने तक खरीदारों की भीड़ लगी रही। देशी घी से बनी मिठाइयों की कीमत 450 रुपये लेकर 900 रुपये तक रही। इनमें काजू कतली, लड्डू ड्राई फ्रूटस के दाम 900 रुपये, जबकि बालूशाही, मेवाबाटी, मोतीचूर के लड्डू, बनारसी बर्फी, केसर रोल, चॉकलेट रोल, चमचम, छेना, मिल्क केक, फ्रूट केक 450 रुपये किलो रहा। मिठाई विक्रेता शैलेश जैन, वृंदा स्वीट हाउस के संचालक अभय चतुर्वेदी और बल्देव मिष्ठान भंडार के संचालक विश्वास यादव ने बताया कि इन मिठाइयों के अलावा सबसे महंगी मिठाई में पिस्ता बर्फी 1800, केसर ड्राई फ्रूट 1200,ड्राई फ्रूट पाकीजा, केसर कतली 1100 रुपये किलो अंजीर रोल, ड्राई फ्रूट चिक्की, पिस्ता गुलकंद, काजू जलेबी 1000 रुपये किलो बिकी।