इटावा। तमाम दावों के बावजूद रोडवेज निगम की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो पा रही हैं। मेंटीनेंस बिना किए ही डिपो की बसें दौड़ाई जा रही हैं। यही वजह है कि आए दिन बसें खराब हो रही हैं। सोमवार को कानपुर जा रही बस बकेवर में खराब हो गई। इससे बस में सवार 30 यात्री परेशान हो गए, बाद में उन्हें दूसरी बसों से रवाना किया गया।
सोमवार को इटावा बस स्टैंड से करीब 30 सवारियां लेकर रोडवेज बस कानपुर के लिए निकली थी। लगभग 11 बजे बकेवर के पास बस झटके लेकर बंद हो गई। काफी मशक्कत के बाद भी चालक-परिचालक बस सही नहीं कर सके। इस बीच यात्री लगभग आधे से एक घंटे तक परेशान हुए। लोग हाईवे किनारे अन्य वाहनों की ओर मुंह ताकते रहे। ऐसे में सवार यात्रियों को पीछे से आ रही बसों में ट्रांसफर किया।
वहीं, तीन दिन पहले भी इटावा डिपो की एक बस कानपुर गई हुई थी। लौटते वक्त फजलगंज चौराहे के पास बस के ब्रेक फेल हो गए थे। ऐसे में चालक ने समझदारी दिखाते हुए चौराहे के पास ही बस को धीमा कर एक डिवाइडर से टक्कर मार दी। इसके बाद सवारियों को दूसरी बसों में सवार कर भेजा गया। एआरएम डीएम सक्सेना ने बताया कि बस के इंजन में कोई दिक्कत आ गई थी। बस के मेंटीनेंस के बाद ही उन्हें रूट पर उतारा जा रहा है। कभी-कभी बस खराब होने पर यात्रियों को अन्य बसों से मजबूरी में रवाना किया जाता है।
जून से सात बसें खराब होने से लोग हो चुके हैं परेशान
तीन जून को एक ही दिन में महेवा और जसंवतनर में दो बसें खराब होने से मरीजों को परेशान होना पड़ा था। फिर चार जून को शहर के मालगोदाम रोड पर सड़क के बीचों बीच बस खराब हो गई थी। इसके बाद छह जुलाई को औरैया में कानपुर से लौट रही बस के ब्रेक हो गए थे। वहीं, सात जुलाई को हेडलाइट खराब होने पर बस यात्रियों को लेकर कानपुर से आई थी। वहीं, सितंबर माह में भी सोमवार को एक बस खराब होने के साथ ही दो दिन पहले भी एक बस के कानपुर में ब्रेक फेल हो गए थे। ऐसे में कार्यशाला में किए जा रहे कार्यों पर सवाल उठ रहे हैं।