संवाद न्यूज एजेंसी, इटावा
Updated Tue, 29 Aug 2023 12:32 AM IST
बसरेहर। गांव बहादुरपुर में रविवार रात अंधविश्वास के चलते गर्भवती महिला की जान चली गई। महिला को सांप ने डसा था, लेकिन महिला को अस्पताल ले जाने के बजाय गांव में ही घंटों झाड़-फूंक का दौर चलता रहा। आखिर में गर्भवती महिला ने चार घंटे बाद दम तोड़ दिया।
बहादुरपुर निवासी ईशू ने बताया कि रविवार देर शाम इटावा से पत्नी शबनम (21) का चेकअप और अल्ट्रासाउंड कराकर घर लौटा था। पत्नी और गर्भ में पल रहा चार माह का बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ था। खाना खाने के बाद रात करीब 12 बजे शबनम जैसे ही कमरे में पहुंची और बेड पर रखे तकिया पर सिर रखा तभी सांप ने कंधे पर डस लिया। शबनम की चीख सुनकर वह कमरे में पहुंचा तो देखा कि एक सांप बाहर की तरफ जा रहा है। इस पर वह पत्नी को तुरंत दूसरे गांव में झाड़-फूंक कराने के लिए ले गया। जहां हालत बिगड़ने पर उसे शहर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचा जहां डॉक्टर ने उसे सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। अस्पताल ले जाने के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। वहीं ईशू व गांव वालों ने मिलकर जहरीले सांप को भी लाठी-डंडों से पीटकर मार दिया।
समय पर अस्पताल ले जाते तो बच सकती थी जान
सीएचसी प्रभारी डीडीओ विकास सचान ने बताया कि महिला गर्भवती थी और उसका उपचार अस्पताल में ही किया जा रहा था। रविवार के दिन वह चेकअप कराने भी आई थी। उसे अल्ट्रासाउंड कराने की बात कही गई थी, लेकिन देर रात उसकी सांप के डसने से मौत हो गई। समय रहते गर्भवती महिला को अस्पताल लेकर परिजन आते तो उसकी जान बच सकती थी।