इटावा। गुरु- शिष्य परंपरा हमारी वैदिक संस्कृति है। आज लोग उसे भूलते जा रहे हैं। भारत विकास परिषद उसे स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। यह बात भारत विकास परिषद मुख्य शाखा के अध्यक्ष इंद्र नारायण पांडेय ने शुक्रवार को शहर के कॉलेजों में आयोजित गुरु-वंदन कार्यक्रम में कही। बताया कि परिषद का यह अपने तरह का एक अनूठा आयोजन है।
गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम में नारायण कॉलेज ऑफ साइंस एंड आर्ट्स के शिक्षक शिवराज सिंह, छात्र अनुराग कुमार और अनुष्का सिंह, सेवन हिल्स इंटर कॉलेज के शिक्षक कृष्णकांत अग्निहोत्री, छात्र राघव पांडेय और सक्षम दुबे, थियोसोफिकल इंटर कॉलेज के शिक्षक सुरेश सिंह यादव एवं छात्र एंजिल वर्मा अभिनव सहाय का सम्मान किया गया।
इसके अलावा जीसी जीनियस पब्लिक स्कूल की शिक्षिका ज्योति मिश्रा, छात्र शुभ तिवारी व कृति पाल, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की शिक्षिका संगीता तिवारी, छात्रा दिव्यांशी व शालिनी, ब्लू बर्ड इंटर कॉलेज के शिक्षक अनिल सक्सेना एवं छात्र कृष्णा और किशन को सीबीएसई की हाई स्कूल परीक्षा में अधिकतम अंक अर्जित करने और विद्यालय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए अभिनंदन किया गया।
परिषद के प्रकल्प संयोजक कुलदीप अवस्थी ने बताया कि गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम के तहत नगर के 22 विद्यालयों में आयोजित कर लगभग 40 हजार हजार विद्यार्थियों, 2000 शिक्षकों और 1000 अभिभावकों के बीच गुरु शिष्य परंपरा का संदेश पहुंचाने का लक्ष्य है। छात्र-छात्राओं समेत उपस्थित लोगों ने शपथ ली कि वे अपने माता -पिता, गुरुजन, महिलाओं एवं बड़ों का सदैव सम्मान करेंगे। राष्ट्रीय संस्कृति एवं नैतिक विचारधारा का पालन करते हुए अपने पूरे जीवन में कभी भी धूम्रपान या मादक पदार्थों का सेवन नहीं करेंगे।
परिषद के क्षेत्रीय सचिव विवेक कुलश्रेष्ठ ने कहा कि संगठन अपनी सभ्यता संस्कृति वह परंपराओं को जिंदा रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। प्रांतीय महासचिव संजय मिश्रा ने कहा कि सफलता के लिए इच्छा शक्ति चाहिए। शाखा सचिव अत्रि दीक्षित ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत की प्राचीन गुरु-शिष्य परंपरा को स्थापित करना है।
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य डॉ. धर्मेंद्र शर्मा, अनूप मिश्रा, अंजूश्री, सौरभ दुबे, राजीव चतुर्वेदी, डॉ. सुनील दत्त अवस्थी के अलावा परिषद की प्रांतीय सदस्य इंदु कुलश्रेष्ठ, विकास नारायण सक्सेना, निखिल चौधरी,हरिशंकर त्रिपाठी, शैलजा पाठक,अश्विनी कुमार मिश्र, राम मनोहर दीक्षित उपस्थित रहे।