सैफई। ब्लॉक क्षेत्र की गोशालाओं में फैली अव्यवस्थाएं गोवंशों के लिए मौत का कारण बन रही हैं। टिमरुआ, वैदपुरा और बरौली खुर्द चार गोवंशों की मौत हो गई है। वहीं बड़ी संख्या में गोवंश बीमार भी हैं।

ग्राम पंचायत बरौली खुर्द में चार वर्ष पहले गोशाला का निर्माण कराया गया था। इस समय 156 गोवंश हैं। सोमवार सुबह दो गायों की मौत हो गई। मृत गोवंश खुले में पड़े थे, लेकिन प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसमें 10 दिनों में 10 से अधिक गोवंश की मौत हो चुकी है। इनमें दो गाय की मौत सोमवार सुबह हो गई। सूखा भूसा दिए जाने के कारण गोवंश कमजाेर हाेकर मर जाते हैं। गोशाला में छह कर्मचारियों की तैनाती होने के बावजूद एक गोवंश दो दिन से पानी के टैंक में गिरने के बाद भी उसे निकाला नहीं गया।

कर्मचारियों का कहना है दो माह पूर्व आई आंधी के कारण चहारदीवारी धराशायी हो गई थी। तभी से रात के समय कुत्ते अंदर आ जाते हैं और बीमार पड़ी गोवंशों पर हमला कर देते हैं। ग्रामीण संजीव कुमार, विक्रम सिंह,सतीश कुमार, जितेंद्र कुमार, सनोज यादव का कहना है कि लापरवाही के कारण गोवंश की मौतें हो रही है। बीडीओ यदुवीर सिंह ने बताया कि एडीओ पंचायत को मौके पर भेजा गया है जांच की जा रही है। जांच के उपरांत जो भी निकलकर आएगा। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एसडीएम सुशांत श्रीवास्तव ने बताया कि तहसीलदार अभिषेक गोस्वामी को मौके पर भेजकर जांच कराई गई है। इसमें लापरवाही सामने आई है। बीडीओ को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया है। सीडीओ को भी पत्र भेजकर इस बारे में अवगत कराया जाएगा।

प्रधान सर्वेश कुमारी ने बताया कि चार माह से भूसे का पेमेंट नहीं मिला, जो लगभग 10 लाख रुपये है। आंधी बारिश के कारण दो माह पहले चहारदीवारी धराशायी हो गई थी। एस्टीमेट न बनने की वजह से समस्या बनी हुई है। उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सक समय से नहीं आते है। इसकी वजह से बीमारी के चलते गोशाला में गोवंशों की मौत हो रही है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *