इटावा। जिला पुरुष अस्पताल में 11 महीने पहले व महिला अस्पताल में करीब छह महीने पहले लगे हेल्थ एटीएम का लाभ मरीजों को जागरूकता के अभाव में नहीं मिल पा रहा है। दिनभर में सिर्फ पांच से सात जांचें ही हो रही हैं, जबकि पैथोलॉजी लैब में प्रतिदिन तीन सौ जांचें हो रही हैं।
जिला पुरुष अस्पताल के कमरा नंबर 25 हेल्प डेस्क कक्ष में 27 दिसंबर 2022 में लगी हेल्प एटीएम का 10 फरवरी 2023 को सदर विधायक सरिता भदौरिया ने उद्घाटन किया था। इसके बाद से उम्मीद थी पैथोलॉजी लैब में होने वाली सामान्य जांचों की भीड़ कम हो सकेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। जागरूकता के अभाव में रोजाना करीब पांच से सात मरीज ही जांच कराने पहुंच रहे हैं। वहीं, पैथोलॉजी लैब में प्रतिदिन लगभग तीन सौ जांचों के लिए सैंपल आ रहे हैं।
गुरुवार को 18 वर्षीय लाली की पल्स, बीपी, वजन की जांच हेल्थ एटीएम से हुई। बताया कि इमरजेंसी के डॉक्टर ने जांच हेल्थ एटीएम से कराने को भेजा है। पूरे दिन में तीन मरीज ही हेल्थ एटीएम में कुछ जांचें कराने पहुंचे। हेल्प डेस्क कक्ष के मैनेजर मो. सगीर ने बताया कि एक महीने में करीब 80 मरीज जांच कराने आ रहे हैं। रोजाना पांच से सात मरीज ही आते हैं। इनमें ज्यादातर वजन, लंबाई और शुगर की जांच कराने आते हैं।
इस तरह हेल्थ एटीएम से हुईं जांचें
हेल्थ एटीएम से 20 नवंबर को सात, 21 को पांच, 22 को छह व 23 को तीन मरीजों ने जांच कराई। जबकि पैथोलॉजी लैब में 20 नवंबर को 333 जांच, 21 को 270 व 22 नवंबर को 248 मरीजों ने जांच कराई।
महिला अस्पताल में रोजाना पांच से सात हो रहीं जांच
महिला अस्पताल के 100 बेड के एमसीएच विंग में करीब छह महीने पूर्व लगी हेल्थ एटीएम में भी जांच कराने वाली महिलाओं की संख्या अंगुलियों पर गिनने लायक बनी हुई है। एक नवंबर से लेकर 22 नवंबर तक 80 गर्भवती महिलाओं की जांच हुई। नरायनपुर की रोशनी ने हेल्थ एटीएम पर पल्स, बीपी, तापमान, लंबाई, वजन, ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन की जांच कराई। बताया कि 10 मिनट में जांच रिपोर्ट भी मिल गई। जबकि पैथोलॉजी लैब में जांच कराने वाली महिलाओं की संख्या एक हजार से अधिक है। महिला अस्पताल में 20 नवंबर को 1181 जांच, 21 को 1238 व 22 नवंबर को 1211 महिला मरीजों ने जांच कराई। यहां हेल्थ एटीएम मशीन एक कमरे में लगी है।
वर्जन
हेल्प डेस्क कक्ष में दो कर्मचारी बैठते हैं जो मरीजों की मदद ही करते हैं। यही दोनों आने वाले मरीजों की जांच करते हैं। इसी वजह से हेल्थ एटीएम को लगवाया गया है कि मरीजों को मशीन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हो सके। -डॉ. एमएम आर्या, सीएमएस