फोटो 11: नई एलाइजा मशीन के बारे में जानकारी लेतीं डॉ.नीतू द्विवेदी। संवाद
जिला अस्पताल में डेंगू पीड़ित मरीजों की भागदौड़ होगी खत्म
अब एनएस-1 मरीजों की भी होगी जांच, सैफई नहीं भेजने पड़ेंगे सैंपल
संवाद न्यूज एजेंसी
इटावा। डेंगू की कंफर्म जांच के लिए शासन से जिला अस्पताल को एक और एलाइजा मशीन मिल गई है। साथ ही सीएमओ ने दो लैब टेक्निशियन भी जिला अस्पताल को उपलब्ध करा दिए हैं।
जिला अस्पताल के पास दो एलाइजा मशीन होने से अब पैथोलॉजी लैब में किट से होने वाली डेंगू की एनएस- 1 जांच के सैंपलों को अब डेंगू की एलाइजा जांच के लिए सैफई मेडिकल कॉलेज नहीं भेजना पड़ेगा। सीएमएस डॉ.एमएम आर्या ने बताया कि पिछले महीने 11 सितंबर को जिला अस्पताल में डेंगू की एलाइजा जांच के लिए एलाइजा एनालाइजर मशीन शुरू हुई थी। इस मशीन को ब्लड बैंक में लगाया गया था। अब जिला अस्पताल को शासन से डेंगू की कंफर्म जांच के लिए एक ओर एलाइजा रीडर मशीन मिली है।
हालांकि पहले वाली एलाइजा मशीन अभी खराब है। ठीक होने के बाद भर्ती संदिग्ध मरीजों के सैंपल के अलावा पैथोलॉजी लैब में होने वाली डेंगू की किट से होने वाली एनएस- 1 जांच के मरीजों के सैंपलों की डेंगू जांच भी एलाइजा मशीन से होगी। इससे एनएस- 1 सैंपलों को सैफई विश्वविद्यालय नहीं भेजना पड़ेगा।
पैथोलॉजी लैब प्रभारी डॉ.नीतू द्विवेदी ने बताया कि एक बार में 90 सैंपलों को जांच के लिए लगाया जाएगा। मशीन काम रही है। इसमें एनालाइजर वॉशर, यूपीएस और प्रिंटर भी लगा है। चार से पांच घंटे में जांच रिपोर्ट आएगी। लेकिन मरीजों को रिपोर्ट दूसरे दिन मिलेगी। बताया कि एलाइजा में तीन तरह की जांच होती है। एक एंटीजन यानी एनएस-1, दूसरी आईजीजी एंटीबॉडी, तीसरी आईजीएम एंटीबॉडी है। बताया कि एलाइजा मशीन में पहले एनएन-1 सैंपल लगाया जाएगा।