इटावा। सुगम यातायात के लिए लगातार किए जा रहे शासन के प्रयासों के बावजूद जिले के अभी 472 गांवों तक बसों की सेवाएं ही नहीं हैं। ऐसे में यहां रहने वाले पौने दो लाख लोग अभी भी डग्गामार वाहनों के सहारे हैं। यह खुलासा परिवहन और रोडवेज निगम के संयुक्त सर्वे में किया गया है। जिले के 24 रूट ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जहां बसों की सेवा नहीं है। शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। शासन के निर्देश पर जल्द ही सभी रूटों पर बसें चलाने की कवायद की जाएगी।

शासन के आदेश पर एआरटीओ और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने पांच दिन तक संयुक्त सर्वे अभियान चलाया। इसमें आठ ब्लॉकों की 692 गांव में से 472 ग्राम पंचायतों की सड़कों पर छोटे-बड़े वाहन चलाए जाने लायक सड़कें मिलीं। कुल मिलाकर 24 मार्गों पर स्थितियां बेहतर होने के बावजूद बसों का संचालन नहीं मिला। दोनों विभागों की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि यदि 24 रूटों पर बसें शुरू हो जाएं तो इन मार्गों के बीच में पड़ने वाले सभी गांवों को लाभ मिलेगा।

एआरएम डीएम सक्सेना ने बताया कि शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। सर्वे अभियान दो से लेकर छह अक्तूबर तक परिवहन निगम व एआरटीओ की ओर से संयुक्त रूप से चलाया गया था। सर्वे अभियान में एआरएम, यात्री कर अधिकारी वीरेंद्र राजभर, परिवहन निगम की ओर से टीआई रविंद्र सिंह चौहान और सुनील शर्मा के अलावा बुकिंग क्लर्क श्रवण कुमार शामिल रहे। इस पर शासन जो भी निर्णय लेगा उनके अनुसार वाहनों का संचालन किया जाएगा। रोडवेज बसों के अलावा अनुबंधित बसों के अलावा छोटे वाहनों को भी इन सर्वे किए गए मार्गों पर चलाया जा सकता है।

तीन महीने से घाटे में चल रहा रोडवेज निगम

करीब तीन महीने से कम सवारियां मिलने से परिवहन निगम को हो रहे आर्थिक नुकसान से उबारने के लिए निगम के अधिकारी काफी प्रयास कर रहे हैं। यहां तक की इस दौरान दो बार डग्गामारी को लेकर एआरटीओ के साथ संयुक्त चेकिंग अभियान भी चला चुके हैं। बावजूद इसके परिवहन निगम को घाटा दूर नहीं हो पा रहा है। रोडवेज बसों का डीजल खर्चा निकलता रहे, इसके लिए इस अवधि में 35 सीटर बसों में दिन में 35 व रात में 25 यात्री लेकर ही बसों का संचालन करने के निर्देश शासन स्तर से मिल चुके हैं। स्टेशन अधीक्षक श्याम दुबे ने बताया कि जुलाई महीने से अब तक रोडवेज को कम संख्या में यात्री मिल रहे है। इस वजह से यात्रियों के इंतजार में बसें खड़ी रहती हैं। नवरात्र से रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

इन रूटों पर बसें चलाने की कवायद, अभी डग्गामार का सहारा

प्रमुख रूप से जसवंतनगर से बसरेहर वाया वैदपुरा, कर्री पुलिया से बमुरी वाया बीना, कर्री पुलिया से जसवंतनगर वाया हवाई पट्टी छिमारा, जसवंतनगर से सैफई वाया लरखौर, इटावा से रैपुरा वाया कुम्हावर, इटावा से वैवाह वाया चौपुला, समथर, भरथना से बसरेहर वाया ऊमरसेड़ा, बसरेहर से सैफई वाया लोहिया पुल, नगला शीशिया आदि शामिल हैं।

ब्लॉक ग्राम पंचायत

बसरेहर 67

भरथना 64

जसवंतनगर 61

सैफई 45

बढ़पुरा 61

ताखा 42

चकरनगर 41

महेवा 91

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योग 472



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