इकदिल। बिजली के तार टूटने से कस्बे के दो पंप चार दिन से नहीं चल पा रहे हैं। इससे पूरे कस्बे की जल आपूर्ति बाधित है। करीब 15 हजार लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है। लोगों में बिजली विभाग के प्रति आक्रोश है।
गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग के अधूरे सर्विस रोड पर तेज रफ्तार ट्रक ने दो लोगों को कुचलने के बाद खंभों में टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया था। इससे एचटी लाइन के दो खंभे टूट जाने से नगर पंचायत में जलापूर्ति करने वाले दो पंपों की आपूर्ति बाधित हो गई थी। इससे कस्बा के दस से अधिक वार्डों की करीब 15 हजार की आबादी पानी के लिए तरस रही है। ब्रजबिहारी, मुकेश मिश्रा, रामअवतार, सुशील कुमार, जयवीर सिंह और रामजी ने बताया कि मुहल्लों में सरकारी हैंडपंप भी कम हैं।
ऐसे में अधिकतर परिवार नगर पंचायत की पेयजल आपूर्ति पर ही निर्भर है। बताया कि विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते ध्वस्त पड़ी विद्युत लाइन चार दिन बाद भी चालू नहीं करवाई गई है। लोगों ने बताया कि नगर पंचायत में पानी आपूर्ति के लिए कुल चार पंप है। इनमें से दो पंप टंकी में पानी भरने और दो पंप सीधे आपूर्ति के लिए निर्धारित है। सीधी आपूर्ति वाले पंप की बिजली व्यवस्था खराब के चलते पानी की किल्लत हुई है। प्रेशर न होने से घरों तक पानी पहुंच ही नहीं पा रहा है। लोग हैंडपंपों और सबमर्सिबल के सहारे पानी की जुगाड़ कर रहे हैं। आपूर्ति बाधित हुए चार दिन बीतने के बाद भी नगर पंचायत ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। इससे कस्बा के लोगों ने रोष है।
कस्बावासी सर्वेश मिश्रा का कहना है कि बिजली की लाइन खराब हुए चार दिन हो गया है। पंचायत सहित बिजली विभाग ध्यान ही नहीं दे रहा। इससे लोगों को पेयजल की किल्लत से जूझना पड़ रहा है।
गोविंद सोनी का कहना है विद्युत विभाग के कर्मचारियों की उदासीनता के कारण नगर की पानी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। इसे जल्द से जल्द सही कराया जाए जिससे नगर की पानी की सप्लाई सुचारु रूप से चालू की जा सके।
वर्जन
ईओ संजय कुमार पटेल ने बताया कि नगर पंचायत के दो पंप बंद है। इससे कुछ जगहों पर पानी प्रेशर से नहीं पहुंच पा रहा है। इस संबंध में विद्युत विभाग को सूचना दे दी गई है और उनसे कहा गया है जल्द से जल्द बिजली की सप्लाई को सही कराई जाए। ताकि बंद पड़े दोनों पंप की सप्लाई चालू कराकर नगर में पानी की समस्या समाप्त की जा सके।
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खंभों को दुरुस्त कराने के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। यदि लापरवाही की जा रही है तो जांच कराकर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -संदीप अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता, बिजली विभाग।