इटावा। रोडवेज की घटती आय से चिंतित रोडवेज के एमडी ने पिछले दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इटावा रीजन के सभी अधीनस्थों को रोडवेज की आय को बढ़ाने पर जोर दिया था।
इटावा डिपो के फाइनेंस एआरएम एमसी शर्मा के अनुसार, सावन के महीना में रोडवेज को रोजाना करीब तीन से साढ़े तीन लाख रुपये का घाटा हो रहा है। यात्रियों की संख्या में कमी आने से यह स्थिति उत्पन्न हुई। संभवत: इसी को लेकर व डग्गामारी पर रोक लगाने के उद्देश्य से एआरटीओ और रोडवेज ने संयुक्त रूप से आगरा से दिल्ली मार्ग पर डग्गामारी को लेकर चार दिवसीय अभियान चलाया। इसमें फर्रुखाबाद मार्ग भी शामिल रहा।
चार दिवसीय अभियान के दौरान 22 बसों पर तीन लाख 97 हजार 270 रुपये का चालान किया गया। इनमें उत्तर प्रदेश की 10, राजस्थान की छह, बिहार की तीन, हरियाणा की दो व मध्य प्रदेश की एक बस शामिल है। इनमें से 20 बसों का चालान जमा होने पर उन्हें छोड़ दिया गया। जबकि दो बसों को चालान जमा न होने पर रोडवेज बस अड्डा व थाना बसरेहर में खड़ा करवा दिया गया है।
आरएम पीआर पांडेय ने बताया कि डग्गामारी के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान कुछ असर तो पड़ा है। करीब पांच प्रतिशत आय में बढ़ोतरी हुई है। एआरटीओ ब्रजेश कुमार व इटावा डिपो के एआरएम डीएम सक्सेना ने संयुक्त रूप से यह अभियान चलाया था। एआरएम डीएम सक्सेना ने बताया कि 11 अगस्त को तीन, 13 अगस्त को 11 व 14 अगस्त को आठ बसों का चालान किया गया। इनमें से 13 अगस्त को राजस्थान की बस का 37540 रुपये का चालान किया गया। जुर्माना जमा न करने पर बस रोडवेज बस अड्डा पर खड़ी है। जबकि 11 अगस्त को यूपी की एक बस का 32 हजार रुपये का चालान कटने और जुर्माना जमा न करने पर उसे थाना बसरेहर में खड़ा करवा दिया गया।