इटावा। जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में किट से होने वाली जांच में संदिग्ध डेंगू मरीजों के निकलने का सिलसिला बरकरार है। गुरुवार को 57 मरीजों की हुई जांच में डेंगू के लक्षण वाले 11 मरीज मिले।
गुरुवार को उझियानी के सूरज, पीएसी के दिनेश और कुसुम, पुराना भरथना के अमित, गोपाल कुंज कॉलोनी के राकेश, ईश्वरीपुरा की गीता, नई मंडी के सत्य नारायण, शिवपुरी शाला की कृतिका व श्रद्धा, वैरुन कटरा की कशिश व पथवरिया के शाहरूख की डेंगू जांच रिपोर्ट संदिग्ध आई है। इस सप्ताह के चार दिन में किट से 205 मरीजों की जांच हुई, इनमें से डेंगू के लक्षण वाले 39 मरीज मिले। डॉ. शांतनु निगम ने बताया कि गुरुवार को डेंगू के तीन मरीज निकले दो को भर्ती कराया।
जिला अस्पताल के संक्रामक वार्ड में डेंगू लक्षण वाले आठ मरीज भर्ती हैं। जबकि, शिशु वार्ड में बुखार से ग्रसित 23 बच्चे भर्ती हैं। एक बच्चे को गुरुवार को भर्ती कराया गया। इन बच्चों का वरिष्ठ बाल रोग चिकित्सक डॉ.पीके गुप्ता व डॉ.शादाब आलम की देख रेख में इलाज चल रहा है।
इन बच्चों में अशोक नगर शहरिया का आठ वर्षीय अभिजीत चार दिन से बुखार की वजह से भर्ती है। परिजन अजय ने बताया कि अभिजीत दो दिन इमरजेंसी में भर्ती रहा, आराम नहीं मिलने पर दो दिन से वार्ड में भर्ती है। प्लेटलेट्स 40 हजार घट गई है। आईटीआई चौराहा निवासी नौ वर्षीय राज दो दिन से बुखार की वजह से भर्ती है। परिजन आरती ने बताया कि बुखार की वजह से प्लेटलेट्स 70 हजार रह गई है। शादीलाल धर्मशाला निवासी 10 वर्षीय आलिया, बुखार, खांसी की वजह से भर्ती से भर्ती है। गांव पिलुआ रूरा की तीन वर्षीय काव्या पांच दिन से बुखार की वजह से भर्ती हैं। गांव सुल्तानपुरा की पांच वर्षीय डोली 10 दिन से भर्ती है।
मौसमी बीमारियों की वजह से वायरल खासकर खांसी, जुकाम और बुखार के मरीज आए। कुल मिलाकर गुरुवार को जिला अस्पताल की ओपीडी 1290 की रही। पिछले चार दिनों से ओपीडी में एक- एक हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। चार दिन में 5840 मरीज ओपीडी में आ चुके हैं। आमतौर पर बीते दिनों में ओपीडी में सोमवार या मंगलवा के बाद से मरीजों की संख्या में कमी आने लगती है।