इटावा। अक्तूबर का महीना शुरू होते ही डेंगू के लक्षणों वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। गुरुवार को जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में 51 मरीजों की किट से डेंगू की जांच हुई, उनमें 17 डेंगू संदिग्ध मरीज निकले। जो सीजन में सर्वाधिक हैं। सोमवार के अवकाश के बाद तीन दिन की ओपीडी में 34 संदिग्ध डेंगू मरीज निकल चुके हैं।
पैथोलॉजी प्रभारी डॉ.नीतू द्विवेदी ने बताया कि गुरुवार को डेंगू जांच में ब्रह्मनगर की संध्या, नगला मुकुंदी के हृदेश, पुरबिया टोला की सीमा, आवास विकास कॉलोनी की प्राची व प्रिया, इंगुर्री की लक्ष्मी, हरचंदपुरा की सत्यवती व सुषमा, पीएसी बटालियन के सतनाम, भेलियापुर के सतीश, लुहन्ना चौराहा की मीरा समेत छह अन्य हैं। बताया पैथोलॉजी लैब में करीब तीन सौ से अधिक मरीज खून की जांच कराने आए।
कहा कि गुरुवार को डेंगू के लक्षणों वाले चार मरीजों को संक्रामक वार्ड में भर्ती कराया गया। वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या 15 हो गई है। जबकि महिला व शिशु वार्ड में बुखार से ग्रसित 14 मरीज भर्ती हैं, इनमें सात-सात महिलाएं व बच्चे शामिल हैं।
जिला अस्पताल में गुरुवार को 1516 मरीजों ने पर्चे बनवाए। डॉ.शांतनु ने 346, डॉ.अनामिका ने 230, चेस्ट फिजिशियन डॉ.विकास राजपूत ने 143, सर्जन डॉ.अनूप शर्मा ने 160 व डॉ.मंगल सिंह ने 94, नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ डॉ.अश्विनी ने 122 ने मरीज देखे। जबकि वरिष्ठ बाल रोग चिकित्सक पीके गुप्ता ने 125 व डॉ.शादाब आलम ने 58 बच्चों का परीक्षण किया। पैथोलॉजी लैब से लेकर सभी डॉक्टरों के पास मरीजों की लाइन लगी हुई थी।