चकरनगर (इटावा)। गांव प्रेमकापुरा में शनिवार शाम करीब चार बजे कोटरा गांव के पास बकरी के बीहड़ में तेंदुए ने जमुनापारी बकरी पर हमला कर दिया। पशुपालक जब तक उसे बचाता तब तक उसने बकरी को मौत के घाट उतार दिया।

प्रेमकापुरा निवासी पशुपालक कल्लू यादव ने बताया शनिवार शाम करीब चार बजे कोटरा गांव के पास क्वारी नदी किनारे जंगल में अपनी बकरियों को चरा रहा था। तभी अचानक बीहड़ की तरफ से तेंदुआ आया और उसने जमुनापारी बकरी पर हमला कर दिया। तेंदुआ के भय से साथ में चर रही अन्य बकरियों के भागने पर उसे जानकारी हुई। जब तक वह मौके पर पहुंचा तो देखा तेंदुआ बकरी की गर्दन दबाकर जंगल की तरफ भाग रहा था।

बताया कि उसने जान पर खेलकर बकरी को तेंदुए के चंगुल से छुड़ाया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। जमुनापारी बकरी की मौत से गरीब पशुपालक को 35 हजार की चोट लगी है। सेंचुरी दरोगा चंद्रभान सिंह सेंगर ने बताया कि जंगल में एक बकरी को तेंदुआ के द्वारा मारने की जानकारी मिली है। कॉबिंग कराने के साथ ही ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।

पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं

दो माह पूर्व सिरसा गांव निवासी भोलाराम की एक जमुना पारी बकरा और दो बकरियों को निवाला बनाया था। इसी गांव निवासी सुरेश के पशुबाड़े में घुसकर भैंस की पड़िया पर हमला कर मार डाला था। चार माह पूर्व मुनेश पुत्र बाबू सिंह यादव निवासी टिटावली की जमुना पारी बकरी पर तेंदुआ ने हमला कर दिया था। कछरिया बाबा मंदिर के पुजारी मंगलदास ने शोर मचा कर बकरी को बचाया था। 11 मार्च 2023 को इसी गांव निवासी चंबल किनारे सरसों काटने गए युवक रोहित पर तेंदुआ ने हमला कर दिया था। उसने किसी तरह भाग कर पेड़ पर चढ़कर जान बचाई थी। 16 फरवरी 2022 सदुपुरा निवासी नाथूराम और सुरेंद्र की दो बकरियों को निवाला बनाया था।



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