इटावा। दिव्यांग खुद को अपूर्ण न समझें, वो हर तरह से पूर्ण हैं। वह अपने गांव व शहरों में ऐसे कार्य करें जिससे उनकी पहचान हो सके। सरकार दिव्यांगो के लिए बहुत सी कल्याणकारी योजनाएं चला रहीं हैं, वह उनका लाभ उठाएं। यह बात सदर विधायक सरिता भदौरिया ने सोमवार को इटावा महोत्सव के प्रदर्शनी पंडाल में आयोजित दिव्यांग सम्मेलन में कही।
राष्ट्रपति से सम्मानित डॉ.रामकृष्ण गुप्ता ने कहा कि सरकार लोकसभा, विधानसभा, नगर पालिका आदि चुनावों में दिव्यांगों का कोटा पूरा किया जाए, जिससे दिव्यांग अपनी बात कह सकें। दिव्यांगों की पेंशन राशि राज्यों में समान की जाए। दिव्यांग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हिरदेश कुमार सिंह ने दिव्यांगों को रोजगार से जोड़ने व पेंशन बढ़ाने की मांग की।
नरेश प्रताप धनगर एडवोकेट ने बताया कि 27 दिसंबर को दिव्यांग एक्ट 2016 की वर्ष गांठ पर कचहरी में धरना देने को कहा। इस मौके पर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित 18 सूत्रीय मांग पत्र सदर विधायक को सौंपा। इनमें दिव्यांगाें को पानी, हाउस टैक्स से मुक्त किए जाने, हर अधिकारी विशेष रूप से त्रैमासिक रिपोर्ट प्रशासन के सामने प्रस्तुत करने, हर मंत्रालय में दिव्यांगों के लिए एक प्रकोष्ठ बनाए जाएं जिससे समस्याओं पर निरंतर कार्य हो सके आदि मांगें शामिल हैं।
जिला विकलांग एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार जाटव व मंत्री संतोष त्रिवेदी का आरोप है कि सम्मेलन में कोई भी अधिकारी नहीं आया। हालांकि जिला दिव्यांगजन कल्याण जन अधिकारी कुछ देर के लिए आए लेकिन वह अपने विभाग की योजनाएं तक नहीं बता सके।
सम्मेलन में 80 दिव्यांगों का शॉल ओढ़ाकर व माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। कानपुर से आए नेशनल कैरियर सर्विस सेंटर भारत सरकार की ओर से पुनर्वास सलाहकार अशोक कुमार व आशुतोष साहू ने 123 दिव्यांगों का रोजगार व ट्रेनिंग के लिए पंजीयन किया।
नोडल अधिकारी डॉ.बलराज की देखरेख में मेडिकल टीम ने 25 दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बनाए गए। कार्यक्रम में सुनील दीक्षित, राजेंद्र यादव, मनीष, नरेश चौहान, प्रशांत, जीपू शाक्य, मु.यासीन, सीमा मिश्रा, रुखसाना कुसुमलता, नीलम, आनंद शर्मा, शिव प्रकाश, ओम प्रकाश गुप्त, संजय सिंह,खादिम अब्बास आदि उपस्थित रहे।