इटावा। चंबल साहित्य उत्सव के चौथे संस्करण का आयोजन अगले वर्ष पचनद के विशाल जलराशि तट पर किया जाएगा। चंबल की खोई पहचान उभारने के लिए चंबल साहित्य उत्सव का आयोजन 2020 से होता आ रहा है। चंबल साहित्य उत्सव का चौथा संस्करण 16-18 फरवरी 2024 को आयोजित होगा।

आयोजकों ने रविवार को चौथे चंबल लिटरेरी फेस्टिवल का पोस्टर जारी करते हुए यह जानकारी दी। डॉ. शाह आलम राना ने बताया कि इस बार का आयोजन चंबल घाटी के बीहड़ों के बीचों-बीच होगा। चंबल, यमुना, सिंध, पहुज और क्वारी पांच नदियों के विशाल और अनोखे संगम पर अंचल के साहित्यकारों का महाकुंभ लगेगा।

बताया कि चंबल अंचल में साहित्य की एक धारदार परंपरा रही है। साहित्य की इसी धरोहर से प्रेरणा लेते हुए चंबल के बिखरे साहित्य को दस्तावेजीकरण कर समाज के सामने उजागर का यह प्रयास है।

बताया इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम और चंबल अंचल से जुड़ी पुस्तकों, दस्तावेजों, पत्र-पत्रिकाओं, प्राचीन सिक्कों, पत्रों, लोक संस्कृति से जुड़ी दुर्लभ सामग्री की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इस दौरान राना, खालिद नाईक, अजय कुमार, डॉ. कमल कुमार कुशवाहा, सौरभ अवस्थी, कपिल तिवारी, कुलदीप परिहार, आदिल खान, शशिकांत दुबे, देवेन्द्र सिंह परिहार आदि उपस्थित रहे।



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