फोटो 14: कार्यक्रम को संबोधित करते पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार मिश्रा। संवाद
फोटो 15: जनता कॉलेज बकेवर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोग। संवाद
जनता कॉलेज में हुआ ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव कार्यक्रम
संवाद न्यूज एजेंसी
बकेवर। पशुओं को रोगों से बचाने के लिए कैल्शियम (खड़िया) व सोडियम (नमक) का प्रयोग चारे के साथ कराना चाहिए। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार मिश्रा ने ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव (रावे) कार्यक्रम में यह बात कही।
पशुधन प्रसार अधिकारी डॉ.अनिल वीर सिंह चौहान ने खुरपका-मुंह पका एवं गला घोंटू आदि रोगों के बचाव एवं निदान, सहायक कृषि विकास अधिकारी दिलीप कुमार ने विभिन्न कृषि योजनाओं के बारे में जानकारी दी। बताया कि रबी फसलों के बीजों जैसे गेहूं, जौ का 50 प्रतिशत छूट पर उन्नतशील प्रजातियों का बीज कृषि विभाग के जरिए उपलब्ध कराया जाता है।
कृषि यंत्रीकरण, एग्री जंक्शन, किसान सम्मान निधि, पीएम प्रणाम योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, आत्मा योजना के अंतर्गत किसान भ्रमण कार्यक्रम, एनएफएसएम योजना, पराली प्रबंधन, जैविक खेती एवं पीएम फसल बीमा योजना के बारे में बताया।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक मदन सिंह ने किसान क्रेडिट कार्ड एवं एजुकेशन लोन के साथ-साथ खाते की महत्ता के बारे में जानकारी दी। डॉ.डीएन सिंह ने फसल सुरक्षा और कीट प्रबंधन पर अपने विचारों को साझा किया। डॉ. संजीव कुमार ने उद्यानिकी के लाभ एवं नर्सरी प्रबंधन के बारे में बताया कि किसानों की आय बढ़ोतरी के लिए उद्यानिकी फसलों का उगाना एवं नर्सरी बनाकर पौध का बेचना लाभकारी होता है। डॉ.मनोज यादव ने बीज शोधन के लिए छात्रों को बताया कि बीज शोधन के बाद बुआई करने से बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। वर्तमान के मौसम में आलू की फसल में अगेती झुलसा होने की संभावना है। ऐसे में किसानों को कवकनाशी डाईथेन एम 45 का छिड़काव करें जिससे अगेती झुलसा रोग से फसल बचाई जा सके।
संगोष्ठी/ प्रशिक्षण संयोजक डॉ.एमपी सिंह डॉ.पीके राजपूत,कृषि संकाय के डीन एके पांडेय, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.एमपी यादव, डॉ.धर्मेंद्र कुमार, डॉ.आदित्य कुमार, डॉ.संजय विश्वकर्मा आदि कृषि संकाय के छात्र उपस्थित रहे।