इटावा। प्रभारी मंत्री के सामने मंगलवार को उद्यम लगाने के लिए जमीन न मिलने का मुद्दा उठा। उद्यमियों ने उद्योग बंधु की बैठक में प्रभारी मंत्री से सस्ते दामों पर जमीन दिलाने की गुहार लगाई है।
मंगलवार को जिले के दौरे पर आए प्रभारी और गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की अध्यक्षता में उद्योग बंधु की बैठक हुई। इसमें उद्यमी भारतेंदु भारद्वाज ने बताया कि 2018 से बड़ी संख्या में जिले के उद्यमी उद्योग लगाने को तैयार हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से सस्ते दामों पर जमीन उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। उन्होंने टेक्सटाइल पार्क बनाने के लिए 25 एकड़ जमीन होने के नियम को कम करने का आग्रह किया। बताया कि यहां बड़ी संख्या में लोग नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में सिर्फ 10 एकड़ में टेक्सटाइल पार्क बनाने की अनुमति दी जाए ताकि जो राजी हैं। वह अपने उद्योग लगा सकें। उद्यमी अमित वर्मा ने कहा कि सरकार की योजना उद्यम लगाने के लिए प्रोत्साहित तो कर रही है, लेकिन जिले में सस्ते दामों पर जमीन नहीं मिल पाने से उद्यमी दर-दर भटक रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र सराय ऐसर में बनाया गया है। वहां इतनी महंगी जमीन है कि एक प्लाट लेने में पूरा बजट खत्म हो जाता है। साढ़े सात हजार वर्ग फीट के हिसाब से जमीन मिलने से उद्यमी परेशान है। उसमें भी औद्योगिक क्षेत्र में बिजली समेत कोई मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं।
व्यवसायी अलोक दीक्षित ने बताया कि बड़ी संख्या में जिले में ऐसे उद्यमी और व्यवसायी हैं जिन्होंने 2018 और 2022 दोनों में उद्योग लगाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए, लेकिन जमीन न मिलने की वजह से अभी तक उद्योग नहीं लग सके। उद्यमियों ने सोलर प्लांट लगाने जैसी अनुदान की योजना अन्य उद्योग पर लगाने पर मिलने की मांग की। मंत्री ने अधिकारियों को पीपीपी मॉडल समझकर उसके अनुसार, औद्योगिक इकाई लगाने के लिए सवा सौ बीघा जमीन कहीं सस्ते दामों या लीज पर दिलाने के आदेश दिए हैं। उधर, बैठक से पहले विकास भवन प्रेरणा सभागार के बाहर उद्यमियों और व्यापारियों ने बहिष्कार की चेतावनी दी। इस पर अधिाकरियों में खलबली मच गई। उद्योग उपायुक्त के समझाने पर उद्यमी व्यापारी बैठक में शामिल हुए।