जसवंतनगर। महेवा के मुकुटपुर गांव के बाद अब क्षेत्र के गांव बनकटी बुजुर्ग में संक्रामक रोगों ने पैर पसार लिए हैं। घर-घर लोग बीमार हैं। करीब तीन सौ लोग बुखार, शरीर दर्द से पीड़ित हैं। कई ग्रामीणों की तो हालत खराब होने पर परिजन उनका आगरा और इटावा से इलाज करा रहे हैं। बचे लोग कस्बे और गांव के ही निजी डॉक्टरों से दवाएं ले रहे हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में खबर तक नहीं है। जबकि, ग्रामीणों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री पोर्टल तक पर शिकायत कर चुके हैं।

तहसील मुख्यालय से लगभग आठ किलोमीटर दूर भोगनीपुर नहर किनारे बसे गांव की आबादी लगभग 14 सौ है। इनमें से लगभग तीन सौ लोग बीमार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लगभग 15 दिनों से बीमारी फैली है। इसमें बुखार व शरीर दर्द रहता है। लगभग हर घर में लोग बीमार हैं। गांव के रामनरेश शाक्य के घर में सभी बीमार हैं। उनकी पत्नी ममता देवी (40), बच्ची रोहिणी (4), प्रिया (2) चार पांच दिन से बीमार पड़े हैं। उन्हें ठंड लगकर तेज बुखार आ रहा है।

उनके पड़ोसी प्रमोद शाक्य के घर में प्रमोद, उनकी पत्नी, बेटी सोनाली (7), बेटा कार्तिक (5) समेत पांच लोग बीमार हैं। दीपक कुमार शाक्य के घर में उनकी पत्नी और तीन बच्चों समेत कुल मिलाकर पांच लोग बीमार हैं। इसी प्रकार नीलेश कुमार के घर में भी पत्नी ममता देवी बेटियां अंजू, रीता आदि चार लोग बुखार से तप रहे हैं। सपना देवी के घर में उनके पति अनिकेत और बच्चे बीमार हैं। इसके अलावा भी सैकड़ों लोग इधर-उधर उपचार करा रहे हैं।

लोगों का कहना है कि गांव में नालियां बजबजाने की वजह से मच्छर जनित बीमारियां फैल गई हैं। आरोप है कि बड़ी संख्या में लोग बीमार होने के बावजूद अभी तक स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन और किसी भी जनप्रतिनिधि ने सुध नहीं ली है। सीएचसी प्रभारी डॉ. सुशील कुमार का कहना है कि उनके पास किसी भी ग्रामीण ने आकर शिकायत नहीं की है। फिर भी ग्राम बनकटी में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर जाच पड़ताल करेंगे। वहां बीमार मिले तो लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण कर इलाज करेंगे। कहा कि है कि उनके पास किसी भी ग्रामीण ने आकर शिकायत नहीं की है। फिर भी ग्राम बनकटी में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर जांच पड़ताल करेंगे। वहां बीमार मिले तो लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण कर इलाज करेंगे।

23 को मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत फिर भी सुनवाई नहीं

गांव के अनिल कुमार चतुर्वेदी, पूरन सिंह, कृष्ण कांत, अरविंद कुमार, नेमा शाक्य, ध्रुव सिंह, पंकज कुमार, शकुंतला देवी आदि ने बताया कि एक हफ्ते पहले ही जसवंतनगर और इटावा के स्वास्थ्य अधिकारियों को गांव में संक्रामक रोग फैलने की सूचना दे दी थी। लेकिन अभी तक कोई भी डॉक्टर गांव में नहीं पहुंचा। इसके अलावा 23 अगस्त को मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की थी।

लोगों की बात

फोटो 22:::::रामसनेही।

नहीं किया गया एंटीलार्वा का छिड़काव::::

ग्रामीण रामसनेही श्रीवास्तव ने बताया है कि गांव में गंदगी का अंबार है। नाले-नालियां बजबजाने से मच्छरों से बीमारियां पनप रही हैं। गांव में एंटी लार्वा तक छिड़काव में नहीं कराया गया है। बीमार लोगों की सुध लेने के लिए कोई नहीं आ रहा है। इलाज कराकर लोग शरीर के साथ ही आर्थिक रूप से भी कमजोर हो रहे हैं।

फोटो 23::::नितिन शाक्य।

ग्रामवासी नितिन शाक्य ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के नंबर पर शिकायत दर्ज कराई थी। वहां से जवाब मिला कि अस्पताल जाओ। इसके बाद कोई भी व्यक्ति अभी तक सुध लेने नहीं आया है। निजी अस्पतालों और क्लीनिकों से पीड़ित इलाज कराने को मजबूर हैं।

वर्जन

शनिवार को सीएचसी से टीमें भेजकर शिविर लगाया जाएगा। ग्रामीणों की जांच कराकर उन्हें उपचार दिया जाएगा। -डॉ. गीताराम, सीएमओ



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