इटावा। वायरल बुखार का असर कम होने की बजाए बढ़ता जा रहा है। यह जिला अस्पताल आने वाले मरीजों की संख्या को देखकर लगाया जा सकता है। शुक्रवार को 1550 मरीज आए। इनमें बुखार के मरीजों की संख्या 505 रही। पैथोलॉजी लैब में 250 मरीजों ने मलेरिया की जांच कराई, सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव निकली। 67 मरीजों की किट से डेंगू जांच हुई, जिसमें नौ संदिग्ध मरीज निकले। अब तक डेंगू के 190 संदिग्ध मरीज निकल चुके हैं।
शुक्रवार को पैथोलॉजी लैब में डेंगू जांच में घटिया अजमत अली की इब्जा, जसवंतनगर की शीला, शमशेरगंज किशनी के गौरव, हर्ष नगर की सीमा, लुहन्ना चौराहा स्कूल के पास रहने वाले सनी, नगला रंजीत की रूबी, आनंदनगर के धर्मवीर, पिलखर के जीतू व उर्मिला शामिल हैं। जबकि जिला अस्पताल के संक्रामक वार्ड में शुक्रवार को तीन नए मरीजों समेत 15 डेंगू संदिग्ध मरीज भर्ती थे। महिला एवं शिशु वार्ड में बुखार से ग्रसित चार बच्चों समेत 12 महिलाएं भर्ती हैं, इनमें तीन मरीज शुक्रवार को भर्ती किए गए।
जिला अस्पताल की ओपीडी में डॉ.शांतनु व अंशु ने 275, डॉ.अनामिका व सोनाली ने 211, चेस्ट फिजिशियन डॉ.धीरेश ने 100, त्वचा विशेषज्ञ डॉ.प्रीति गुप्ता ने 225, नेत्र विशेषज्ञ डॉ.आनंद उपाध्याय ने 99, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.पीके गुप्ता ने 104 व डॉ.शादाब आलम ने 85, नाक, कान व गला विशेषज्ञ डॉ.अश्विनी ने 170, सर्जन डॉ.पीयूष तिवारी ने 165 व डॉ.मंगल सिंह ने 80 मरीज देखे। शेष अन्य रोगी रहे।
डॉ.अजय शर्मा ने कहा कि लोगों को बारिश के इस मौसम में डेंगू के मच्छरों से बचकर रहने में सावधानी बरतनी चाहिए। कहीं पर भी किसी भी खाली बर्तन में पानी न भरने दें। कूलर का पानी निकाल दें। पूरे बांह के कपड़े पहनें। अस्पताल में भर्ती मरीजों से बेड पर लगी मच्छरदानी दिन में भी लगाकर रखने को कहा है। घरों की खिड़की व दरवाजे शाम होते ही बंद कर दें। इस सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक पांच दिन में ओपीडी में 6590 मरीज आ चुके हैं। इनमें 293 मरीजों ने डेंगू की जांच कराई, इनमें से 43 डेंगू संदिग्ध निकले।