इटावा। जिला अस्पताल में पैथोलॉजी जांच में डेंगू के संदिग्ध मरीजों के निकलने, संक्रामक वार्ड में भर्ती मरीजों व शिशु वार्ड में बुखार व डायरिया से ग्रसित बच्चों की संख्या में कमी देखने को नहीं मिल रही है। शिशु वार्ड फुल होने की कगार पर पहुंच गया है।
शुक्रवार को पैथोलॉजी लैब में किट से 46 मरीजों की डेंगू की जांच हुई, इनमें से छह डेंगू के लक्षण वाले मरीज निकले। इनमें मंगलपुर जनपद कानपुर देहात के विनय, कुनैरा की अनीता, विजयपुरा की दिव्या, प्रतापपुर की कुमकुम, भरथना के शिवा व भगवतीपुर के अजमत अली शामिल हैं। दूसरी ओर जिला अस्पताल के तृतीय तल पर स्थित संक्रामक वार्ड में डेंगू के 14 संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। शुक्रवार को एक मरीज भर्ती कराया गया।
शुक्रवार को दो नए बच्चों समेत 31 बुखार और डायरिया से ग्रसित बच्चे भर्ती हो चुके हैं। द्वितीय तल पर स्थित शिशु वार्ड बुखार और डायरिया से ग्रसित बच्चों से फुल होने की कगार पर पहुंच गया है। 35 बेड के वार्ड में भर्ती बच्चों की संख्या 31 पहुंच गई है। इन बच्चों का इलाज वरिष्ठ बाल रोग चिकित्सक डॉ.पीके गुप्ता, डॉ.शादाब आलम की देखरेख में इलाज चल रहा है।
वरिष्ठ बाल रोग चिकित्सक डॉ.पीके गुप्ता ने बताया कि इन दिनों वायरल बुखार बढ़ा हुआ है। इससे बच्चों को बचाने के लिए घर में एसी, कूलर और पंखा की हवा में न रहने दें, धूप में न जानें दें। मच्छरदानी लगाकर सोएं। पूरी बांह की शर्ट पहनें। घर के बाहर नाली व कूलर में मिट्टी का तेल डालें जिससे लार्वा न पैदा हो। गमले का पानी फेंक दें। जिला अस्पताल में शुक्रवार को ओपीडी में 1400 मरीज आए। फिजिशियन चिकित्सकों के अलावा नाक, कान और गला चिकित्सक के कक्ष के बाहर मरीजों की भीड़ लगी रही। इस सप्ताह में लगातार पांचवें दिन भी एक हजार से अधिक मरीज आए। जिला अस्पताल में शुक्रवार को ओपीडी में 1400 मरीज आए। इस सप्ताह में लगातार पांचवें दिन भी एक हजार से अधिक मरीज आए।