बकेवर। कानपुर विश्वविद्यालय के निर्देशन में जनता कॉलेज बकेवर में श्रीमद्भागवत गीता के अध्याय 16 पर आधारित जीवन प्रबंधन विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य वक्ता आचार्य कुंज बिहारी शुक्ला ने किया। इसके साथ ही भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। भाषण में विधि और निबंध में नित्या ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

आचार्य कुंज बिहारी ने कहा कि मनुष्यों में दो तरह के व्यवहार दैवी संपदा तथा आसुरी संपदा होते है। दैवी संपदा गुणों वाले व्यक्ति में सत्य,करुणा, दया जैसे अच्छे गुण होते है। वहीं दूसरी ओर घमंड,क्रोध,अज्ञानता, शत्रुभाव रखने जैसे अवगुण आसुरी संपदा के लोगों में होते है । प्रत्येक मनुष्य जन्मजात से दैवी गुणों से युक्त होता है। उचित शिक्षा व मार्गदर्शन के अभाव में व्यक्ति में आसुरी अवगुणों का समावेश हो जाता है।

भाषण तथा निबंध प्रतियोगिता के निर्णायक प्रतिनिधिमंडल के सदस्य डॉ. इंदु बाला मिश्रा, डॉ. प्रकाश दुबे एवं डॉ. गोपीनाथ मौर्य ने विषय आधारित वक्तव्य दिए। विषय आधारित भाषण प्रतियोगिता में छात्र विधि चौहान को प्रथम, केशव को द्वितीय ,हर्ष शर्मा को तृतीय स्थान हासिल हुआ। वहीं निबंध प्रतियोगिता में नित्या गुप्ता को प्रथम ,केशव को द्वितीय और प्रतीक्षा अवस्थी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. दिव्य ज्योति मिश्र तथा संचालन अश्वनी कुमार मिश्र ने किया। डॉ. अशोक कुमार पांडेय, डॉ. नलिनी शुक्ला, डॉ. डी एन सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार राजपूत, डॉ. योगेश शुक्ला, डॉ. ज्योति भदौरिया, डॉ. मनोज यादव , डॉ नवीन अवस्थी, लेफ्टिनेंट ब्रह्मानंद आदि मौजूद रहे।



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