सैफई। उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में निजी पैथोलॉजी संचालकों के मरीजों से जांच के नाम पर खून निकालने के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच कमेटी गठित कर आरोपियों के खिलाफ थाने में सूचना दी। जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय की ओपीडी में निजी पैथोलॉजी संचालकों के मरीजों को झूठे आश्वासन देकर खून के सैंपल निकाल कर निजी सेंटर पर ले जाने का वीडियो बुधवार को वायरल होने व गुरुवार दो नवंबर को अमर उजाला में खबर प्रकाशित होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुरुवार यह कदम उठाया है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने इस खबर को संज्ञान में लेकर चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. एसपी सिंह को कमेटी गठित करने के निर्देश के बाद उन्होंने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। साथ ही ओपीडी के अंदर खून का सैंपल लेने वालों की पहचान करने के लिए विश्वविद्यालय की सुरक्षा एजेंसी एवं पुलिस को सूचना दी गई। विश्वविद्यालय की सुरक्षा एजेंसी को निर्देशित किया है। इस मामले में जो आरोपी हैं और संदिग्ध लोगों को चयनित कर विश्वविद्यालय में प्रवेश करने पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों से अपील की है। अंजान लोगों से सावधान रहें की जरूरत है। कहा कि विश्वविद्यालय का कोई भी कर्मचारी अगर पैसा मांगता है। उसकी शिकायत तत्काल चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में करें। अगर किसी जांच के लिए पैसा जमा किया जाता है तो बिलिंग काउंटर पर उसकी रसीद जरूर लें।