इटावा। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक में शिक्षकों की सेवा सुरक्षा संबंधी धारा हटाए को लेकर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के आह्वान पर जनपद के शिक्षकों ने काली पट्टी बांध कर विरोध व्यक्त किया। साथ ही ट्वीट कर मुख्यमंत्री से सेवा सुरक्षा बहाल करने की मांग की। जिलाध्यक्ष रण विजय यादव ने कहा कि सरकार एक ओर शिक्षकों के सम्मान का दिखावा कर रही है। दूसरी ओर नया विधेयक पास कराकर शिक्षकों को असुरक्षित कर रही है। इस वजह से शिक्षक विरोध करने को मजबूर हैं।
प्रदेशीय प्रवक्ता श्रवण कुशवाहा ने कहा कि पहले किसी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने से पूर्व उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रयागराज से प्रबंधक को अनुमति लेनी पड़ती थी। लेकिन नए विधेयक में यह प्रावधान हटा दिया गया है। ऐसे में प्रबंधक मनमाने तरीके से आरोप लगाकर शिक्षकों को प्रताड़ित करेंगे। साथ ही जिस धारा के तहत वरिष्ठ प्रवक्ता की प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति होती थी एवं सहायक अध्यापक की प्रवक्ता पद पर पदोन्नति होती थी। यह दोनों धारा भी हटा दी गई हैं। कहा कि यह विरोध सांकेतिक है। यदि सरकार ने नए विधेयक में सेवा सुरक्षा एवं पदोन्नति संबंधी प्रावधान नहीं जोड़े तो प्रदेश नेतृत्व बड़े आंदोलन पर विचार करने पर मजबूर होगी।