बकेवर। कानपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर किए गए जमीन अधिग्रहण का रुपये न मिलने पर उझियानी गांव के किसानों ने सीएनजी गैस पाइपलाइन डालने वाली ठेकेदार कंपनी को पाइपलाइन डालने से रोक दिया। कंपनी के अधिकारियों की शिकायत पर एसडीएम भरथना व बकेवर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एसडीएम भरथना के समझाने व एडीएम से किसानों की फ़ोन से बात कराने के बाद किसान पाइप लाइन डालने देने के लिए राजी हुए।
हाईवे के किनारे सीएनजी गैस की पाइपलाइन डाले जाने का कार्य किया जा रहा है। कानपुर की ओर वाली रोड के सर्विस रोड के किनारे खुदाई करके पाइपलाइन डाली जा रही है। सोमवार को कंपनी ठेकेदार कंपनी के कर्मचारी महेवा आनेपुरा बंबा से खुदाई करके पाइपलाइन डालने लगे। जानकारी पर उझियानी गांव के किसान एकत्रित होकर पहुंच गए और काम कर रहे लोगों को किसानों ने अपनी जगह में पाइपलाइन डालने से रोक दिया।
किसानों का कहना था कि उन्हें आज तक उन्हें नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण अधिग्रहीत की गई उनकी जमीन का एनएचएआई से कोई मुआवा नहीं दिया गया। इस वजह से वह अपनी जमीन में पाइपलाइन नहीं डालने देंगे। जब तक उन्हें उसका मुआवजा नहीं मिलेगा। किसानों के विरोध करने पर काफी देर तक जब काम नहीं हो सका तो कंपनी के कर्मचारियों ने अधिकारियों ने इसके शिकायत एसडीएम भरथना से की।
सूचना पर तत्काल एसडीएम भरथना कुमार सत्यम जीत, कानूनगो जितेंद्र यादव व लेखपाल उझयानी कृष्ण कुमार, बकेवर अर्जुन सिंह चौहान, रीतौर राहुल चौबे व बकेवर थाना के कार्यवाहक थानाध्यक्ष एसएसआई राजकुमार सिंह महेवा चौकी इंचार्ज मय फोर्स मौके पर पहुंचे। किसानों को समझने का प्रयास किया। महेवा से सटे उझियानी गांव के 26 किसानों की जमीन सिक्सलेन हाईवे में गई है। किसानों की जमीन तो तकरीबन 10 साल पहले ही ले ली थी।
किसान चंद्रशेखर पांडे, विवेक अवस्थी, यशोदा नंदन, बृजेश कुमार, अरविंद कुमार, जयप्रकाश, भास्कर पांडे प्रमोद पांडे ने बताया कि उनकी जमीनों के मुआवजा अधिग्रहण होने के बाद भी आज तक नहीं मिला है। उन्हें आबादी क्षेत्र की जगह खेत का मुआवजा दिया जा रहा था। इसको लेकर किसानों ने इसका विरोध किया। एनएचएआई कमिश्नरी में वाद में चली गई। किसानों ने भी कमिश्नरी में इस मामले में अपना वाद दाखिल किया था। इसे तकरीबन चार साल पहले ही खारिज कर दिया गया। जमीन का ही मुआवजा देने का निर्देश कमिश्नरी कोर्ट ने दिया था, परंतु उसके बाद भी किसानों के मुआवजा मांगे जाने के बाद अभी तक किसानों को उनकी अधिग्रहण की गई। जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया। मुआवजा की धनराशि न मिलने के चलते किसानों ने पाइपलाइन डालने से रोका है।
किसानों की समस्या सुनकर मौके पर ही एसडीएम भरथना ने एडीएम से किसानों की फोन से स्पीकर पर बात कराने पर एडीएम के मुआवजा जल्द ही एक दो दिन में ही देने का आश्वासन देने पर किसानों ने पाइप लाइन डालने की सहमति दे दी। बकेवर थाना के कार्यवाहक थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि एडीएम से बात करने के बाद किसान संतुष्ट हो गए। पाइपलाइन डालने की सहमति दे दी।