इटावा। 15/16 नवंबर की रात करीब दो बजे नई दिल्ली से सहरसा जा रही 12554 वैशाली एक्सप्रेस के एक स्लीपर कोच में लगी आग की जांच 15 दिन बीतने के बाद भी जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल से उप मुख्य संरक्षा अधिकारी मनीषा गोयल ने जांच की। साथ ही स्टेशन अधीक्षक के कक्ष में करीब 12 रेलवे व सुरक्षा कर्मियों के लिखित बयान भी अपने सामने लिए।
जंक्शन स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर मैनपुरी फाटक के पास हुई इस घटना में 21 झुलसे यात्रियों को जिला अस्पताल व सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। इस घटना के दूसरे दिन यानी 17 नवंबर को सीसीआरएस डॉ.जनक कुमार गर्ग, डीआरएम प्रयागराज मंडल हिमांशु बडोनी जांच कर चुके हैं।
दो दिन बाद 20 नवंबर को आगरा से आई फोरेंसिक टीम और दूसरे दिन 21 नवंबर को आगरा से आए बम निरोधक दस्ता टीम ने भी डॉग स्कॉवड व अन्य उपकरणों के साथ कोच और घटना स्थल की जांच कर चुके हैं।
ऐसा लगा कि शायद अब जांच खत्म हो चुकी है, लेकिन 15 दिन बाद डिप्टी सीएसओ के जांच करने पहुंची। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर खड़े वैशाली के कोच को देखा। उनके साथ डिप्टी सीएमआई धनंजय सिंह, आरपीएफ के सीनियर डीएसई विजय प्रकाश पंडित, स्टेशन अधीक्षक पीएम मीना समेत रेलवे सुरक्षा कर्मी उपस्थित रहे।