सैफई। मेडिकल कॉलेज में कार्यरत स्टाफ नर्स ने सोमवार रात सरकारी आवास पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

मथुरा जिले के कोसीकलां थाना क्षेत्र के कृष्ण नगर निवासी नीरज चौधरी की पत्नी रूपाली चौधरी (35) सैफई मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2014 से स्टाफ नर्स के पद पर तैनात थीं। वह पुराने आवासीय कैंपस ब्लॉक-ए के कमरा नंबर 305 में परिवार के साथ रहती थीं। पति नीरज भी मेडिकल कॉलेज के पास ही गिफ्ट व किताबों की दुकान किए हैं। सोमवार शाम बेटी चित्रांशी (13), बेटा प्रेमजी चौधरी (04) व पति नीरज चौधरी कमरे में बेड पर लेटे थे।

इसी कमरे में रूपाली फर्श पर गद्दा डालकर सो रही थीं। वहीं, नीरज के माता-पिता दूसरे कमरे में सो रहे थे। इस बीच रूपाली ने बालकनी में जाकर रस्सी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पति नीरज की रात 11 बजे नींद खुली तो देखा कि रूपाली बिस्तर पर नहीं थी। इसके बाद उसने बालकनी में जाकर देखा तो रूपाली का शव फंदे पर लटक रहा था। पति का कहना है कि उसने स्वयं ही कैंची से फंदा काट कर जमीन पर उतारा। फिर कमरे में सो रहे माता-पिता को जानकारी देकर मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचा। जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। मृतका के पति नीरज चौधरी का कहना है किसी तरह की कोई बात नही हुई थी। सूचना पाकर मृतका का भाई सुमित चौधरी निवासी भोजपुर थाना रुद्रपुर जिला उधम सिंह उत्तराखंड अपने परिवार के साथ सैफई पहुंच गए। घटना की सूचना पर सीओ नागेंद्र चौबे, थाना प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद कामिल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। फोरेंसिक टीम बुलाकर साक्ष्य एकत्रित कर कमरे को सील कर दिया। सीओ नागेंद्र चौबे ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। मायके पक्ष ने किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगाया है। निष्पक्ष जांच की मांग जरूर की है।



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