बकेवर (इटावा)। हॉप टू डेस्क एप मोबाइल में डाउनलोड कराकर साइबर ठगों ने एक ग्रामीण के खाते से दैवी आपदा के तहत मिली धनराशि में से 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए। ठगों ने मोबाइल से फोन पे एप की हिस्ट्री और कॉल आने वाले मोबाइल नंबर को भी डिलीट कर दिया। पीड़ित ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
लवेदी थाना क्षेत्र के नबादा खुर्दकला गांव निवासी अजय तिवारी दिल्ली की एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। 11 दिन पहले बारिश में उनके घर की दीवार गिर पड़ी थी। मलबे में दबकर अजय की पत्नी बबली व चार बच्चे घायल हो गए थे। उन्हें जिला अस्पताल में उपचार दिलाया गया था। प्रशासनिक अधिकारियों ने निरीक्षण कर पीड़ित को दैवी आपदा के तहत एक लाख बीस हजार रुपये की धनराशि दी थी। इसमें से कुछ रुपये निकालकर अजय ने निर्माणाधीन मकान में लिंटर पड़वा लिया था। बाकी करीब 50 हजार रुपये खाते में पड़े थे।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा को दिए प्रार्थना पत्र में अजय ने बताया कि गुरुवार शाम करीब साढ़े पांच बजे उसके मोबाइल पर एक कॉल आई। उसमें एक लड़की ने कहा कि आपने किस्तों पर एक मोबाइल ले रखा है। उसकी किस्त नहीं कटी है। इस पर अजय ने कहा कि वह तो कट चुकी है। उसमें कुछ रुपये ज्यादा कटे हैं। इस पर लड़की ने कहा कि हां आपके रुपये लौटाने हैं। इसलिए ही आपको फोन किया गया है। उसने एक एप डाउनलोड करने को कहा।
इस पर अजय ने पड़ोस में रहने वाले मुंह बोले भतीजे अभिषेक के पास फोन ले जाकर बात कराई। अभिषेक ने बात की तो उससे फोन पर बात कर रही लड़की ने हॉप टू डेस्क एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कराया और उस एप को खोलकर दिखने वाले एक नंबर को बताने को कहा। इस पर अभिषेक ने दिखने वाले नौ अंकों के नंबर को बता दिया। अभिषेक ने बताया कि इसके बाद फोन अपने आप चलने लगा। ठग ने फोन पे पर खुद जाकर रुपये ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद फोन पे हिस्ट्री डिलीट करने के साथ ही उसे ब्लाक भी कर दिया। साथ ही कॉल आने वाले नंबर को भी डिलीट कर दिया। ठग ने दो बार में 24 हजार 988 रुपये और फिर 24 हजार 600 रुपये पार करके करीब 50 हजार रुपये पार कर दिए।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि शिकायत मिली है। इसकी जांच साइबर सेल प्रभारी को सौंप दी गई है। सभी से अनुरोध है कि किसी भी अनजान नंबर पर अपनी कोई भी जानकारी शेयर न करें। न ही किसी ऐप या लिंक पर क्लिक करें।