– रौनी स्थित केदारेश्वर मंदिर प्रांगण में सुनाई गई मनोहारी श्रीराम कथा
संवाद न्यूज एजेंसी
मऊरानीपुर। रौनी स्थित केदारेश्वर मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीराम कथा में अयोध्या से आए कथा व्यास श्यामसुंदर दास महाराज ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जीवन जीने की कला हनुमानजी से सीखना चाहिए।
कथा व्यास ने कहा कि हनुमान जी ने हम सबको यह बताया है कि जिस व्यक्ति के मुख में राम का नाम और हाथ में राम की सेवा होती है, उस व्यक्ति के जीवन में कभी कोई संकट नही आ सकता है। कितना भी बड़ा संकट हो क्षण मात्र में समाप्त हो जाता है। बताया कि हनुमानजी रामजी के सेवक नहीं, बल्कि रामजी के मालिक हैं। राम के जीवन में जो भी संकट आया, उसेसे छुटकारा हनुमान जी ने ही दिलाया। इसलिए जो व्यक्ति चाहता है कि राम की भक्ति मिले, उसे हनुमान जी की आराधना जरूर करनी चाहिए।
कथा में स्वयं तिवारी, हेमन्त रिछारिया, नीलेश अग्रवाल, सोनू सराफ, प्रहलाद पांचाल, विनय बिलैया, सोनू डेंगरें, भोले डेंगरें, दीपू बिलैया, ओम प्रकाश प्रजापति, विल्लै सोनी, पिंटू गोस्वामी, आशीष सेठ, शेर पहारिया, अमित चतुवेदी, उत्कर्ष गुप्ता, राघवेन्द्र सिंह, रामप्रकाश दागी आदि मौजूद रहे।