
मोबाइल बना रहा रोगी
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राजधानी लखनऊ स्थित केजीएमयू के फिजियोलॉजी और मानसिक रोग विभाग के साथ टीएसएम मेडिकल कॉलेज और प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज के सहयोग से यह अध्ययन किया गया है। इसमें डॉ. शिराजा हक, डॉ. श्रद्धा सिंह, डॉ. जगदीश नारायण, डॉ. आदर्श त्रिपाठी, डॉ. मंजूर अहमद, डॉ. तोयज कुमार और डॉ. शिवम वर्मा शामिल रहे।
वर्ष 2023 से 24 के बीच हुए अध्ययन में 18 से 30 वर्ष के 113 मेडिकल के छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया। इनसे प्रश्नावली के माध्यम से 38 सवाल पूछे गए। मेडिकल स्टूडेंट्स ने माना कि स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से उनकी आंखें दर्द होती हैं। नींद पूरी नहीं होती और एकाग्रता में भी कमी आई है। अध्ययन में मोबाइल फोन के इस्तेमाल के लिए गाइडलाइन तैयार करने की वकालत की गई।