{“_id”:”6715703f33e5622a970c6384″,”slug”:”farmers-selling-paddy-at-commission-silence-at-procurement-centers-orai-news-c-224-1-ori1005-121236-2024-10-21″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Jalaun News: आढ़त पर धान बेच रहे किसान, खरीद केंद्रों पर सन्नाटा”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
20 दिन पहले खोले गए खरीद केंद्रों पर नहीं जा रहे किसान
संवाद न्यूज एजेंसी
जालौन। कृषि उत्पादन मंडी समिति में 20 दिन पूर्व मोटे अनाज ज्वार, बाजरा के साथ ही धान खरीद केंद्र खोले गए हैं। आधा माह बीतने के बाद भी मंडी में धान की खरीद शुरू नहीं हो सकी है। वहीं, प्राइवेट व्यारियों के पास धान की काफी आवक हो रही है और अब तक लगभग 10 हजार क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है।
खरीफ की फसल में धान व मोटे अनाज में ज्वार, बाजरा के साथ धान को किसानों से एमएसपी की दर पर खरीदने के लिए गल्ला मंडी परिसर में सरकारी क्रय केंद्र खोला गया है। एक अक्तूबर को क्रय केंद्र का शुभारंभ डीएम राजेश कुमार पांडेय ने किया था। उन्होंने किसानों से अपील की थी कि किसान अपना अनाज बेचने के लिए बिचौलियों के चक्कर में न पड़ें। बल्कि किसान पंजीकरण के बाद निर्धारित समय व तारीख पर सीधे केंद्र पर आकर अपना अनाज बेच सकते हैं।
केंद्र प्रभारी अवनींद्र कुमार ने बताया कि केंद्र पर शासन द्वारा निधारित सामान्य धान 2300 व ए वन ग्रेड का धान 2320 रुपये प्रति क्विंटल, बाजरा 2625 रुपये, ज्वार हाइब्रिड 3371 व ज्वार मालदंडी 3421 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। केंद्र पर अब तक एक भी किसान धान, बाजार, ज्वार की फसल लेकर नहीं पहुंचा है। उधर, गल्ला मंडी के प्राइवेट व्यापारियों के पास बासमती ग्रेड का काफी धान आ रहा है।
अब तक मंडी में इस ग्रेड का लगभग 10 हजार क्विंटल धान खरीदा जा चुका है। सरकारी क्रय केंद्र से बाजार के मूल्य ज्यादा होने और सरकार द्वारा निर्धारित प्रजाति के धान की इस क्षेत्र में उपज न होने के कारण सरकारी केंद्र पर सन्नाटा पसरा है। जबकि व्यापारियों की आढ़त पर किसान पहुंच रहे हैं।