बौद्ध तीर्थ में टीले पर विराजमान बिसारी देवी के सामने पेड़ के नीचे रखीं मूर्तियों को फेंकने के मामले में पुलिस ने सोमवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। एसपी ने दो दरोगा, दीवान व तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया। घटना के दौरान बिसारी देवी सेवा समिति अध्यक्ष ने पहले पल्ला झाड़ लिया था लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने मेरापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
सेवा समिति अध्यक्ष अतुल दीक्षित की शिकायत पर पर मेरापुर थानाध्यक्ष राजीव पांडेय ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली। उसमें कहा कि रविवार को अन्य धर्म के अनुयाइयों ने बिसारी देवी मंदिर के टीले के ऊपर नीम के पेड़ के नीचे हिंदू देवी-देवताओं की विसर्जित मूर्तियां रखी थीं। उन्हें यात्रा में शामिल लोगों ने उठाकर फेंक दिया था। रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ उम्रदराज बौद्ध भंते अन्य को को उकसाते दिख रहे हैं। मूर्तियों को फेंकने के दौरान कई युवा वीडियो बनाते और तालियां बजाते दिख रहे हैं। पुलिस भी मौके पर तैनात थी।
घटना के बाद ही मूर्तियां फेंकने वालों नीचे उतारा गया था। थानाध्यक्ष राजीव पांडेय ने बताया कि वीडियो के आधार पर दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बताया कि टीले पर तैनात दो दरोगा व चार सिपाहियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर निलंबित किया गया है। इसमें उपनिरीक्षक महेंद्र प्रताप सिंह, धनीराम, दीवान प्रेमप्रकाश, सिपाही अमित कुमार, सतेंद्र सिंह व महिला आरक्षी लवली उपाध्याय शामिल हैं।
