अमृतपुर। बाढ़ का पानी कम होते ही संक्रामक बीमारियां बढ़ने लगी हैं। कूड़ा सड़ने से रोग पनप रहे हैं। मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बुखार, दस्त और त्वचा रोग के मरीजों की भीड़ झोलाछापों के यहां लग रही है। सरकारी अस्पतालों की टीमें गांवों में नहीं दिख रही हैं।
तहसील क्षेत्र में गंगा व रामगंगा की बाढ़ से करीब 150 गांव प्रभावित हुए थे। यहां के लोग बाढ़ के कहर से अभी उबर भी न पाए थे कि बीमारी घेरने लगी हैं। गांवों में घास, फसलों, कूड़ा सड़ने से बदबू फैल रही है। साथ ही संक्रामक रोग भी तेजी से बढ़ने लगा है। इसी का नतीजा है कि गांवों में बुखार, खांसी, जुकाम, त्वचा और दस्त के मरीज बढ़ने लगे। प्रशासन के आदेश के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों की ओर नहीं जा रही हैं।
ऐसे में झोलाछापों के यहां मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। पानी निकलने के बाद गांव हरसिंहपुर कायस्थ, तीसराम की मडैया, ऊगरपुर, सैदापुर, पट्टी जसूपुर, प्रतिपालपुर, मिश्रानपुरवा, भरेहपुर, तेरा अकबरपुर, कनकापुर, कछुआ गाढ़ा, सुंदरपुर, राजाराम की मड़ैया आदि में जुखाम, बुखार के मरीज बढ़े हैं। बाढ़ कम होने के बाद से स्वास्थ्य टीमें गांव में दवा बांटने नहीं जा रही हैं। एसडीएम रवींद्र सिंह ने बताया कि गांवों में टीमें भेजने के लिए राजेपुर सीएचसी प्रभारी को पत्र भेज दिया है। यदि टीमें गांवों में नहीं भेजीं, तो कार्रवाई के लिए डीएम को पत्र लिखेंगे।
बाढ़ के पानी से कट गईं 21 से अधिक सड़कें
गंगा की बाढ़ से तहसील क्षेत्र के कई गांवों को जाने वाली सड़कें कट चुकी हैं। इनकी जानकारी के लिए तहसीलदार कर्मवीर सिंह ने लेखपालों से रिपोर्ट मांगी है। लेेखपालों ने जो रिपोर्ट दी है उसमें गांव कुड़री, माखन नगला, कालिका नगला, बरुआ, अलीगढ़, हमीरपुर, इमादपुर सोमवंशी, भुडिया भेड़ा, बमियारी, दौलतपुर चकई, निबिया, बहादुरपुर, फखरपुर, करनपुर मंझा, चाचूपुर, अंबरपुर, रोशन नगला, किराचन, सुंदरपुर, डाडीपुर, भाऊपुर चौरासी आदि सड़कें कटी होना बताया गया। तहसीलदार ने बताया कि बाढ़ का पानी समाप्त हो चुका है। सड़कें कटने से ग्रामीणों को आने जाने में परेशानी हो रही। लेखपालों से सूचना लेकर पीडब्ल्यूडी को मरम्मत के लिए लिखा जाएगा।
100 गांवों में बिजली आपूर्ति नहीं हो सकी चालू
गंगा में आई बाढ़ के चलते अफसरों ने गांवों की बिजली आपूर्ति बंद करवा दी थी। बाढ़ खत्म होने के बावजूद 106 गांवों की बिजली आपूर्ति बंद पड़ी है। एसडीओ सुजीत कुमार ने बताया कि सलेमपुर उपकेंद्र से करीब 20 गांव की बिजली चालू हो पाई है। 60 से अधिक गांव बंद हैं। राजेपुर उपकेंद्र से न्यू मोहम्मदगंज फीडर के छह, अमृतपुर उपकेंद्र से 40 गांव बंद हैं। बाढ़ से करीब 80 पोल गिरने से टूट गए हैं। पानी व दलदल होने के कारण पोल लगाने वाला हाइड्रा नहीं पहुंच पा रहा है। इससे समस्या आ रही है।
पांचाल घाट पुल पर घट गया जलस्तर
गंगा में नरौरा बैराज से शनिवार सुबह 36,198 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पांचाल घाट पुल पर जलस्तर 136.10 मीटर से 10 सेमी घटकर 136.00 मीटर पर आ गया है। रामगंगा का जलस्तर 136.30 मीटर से घट कर 135.90 मीटर पर पहुंच गया है। खो से 3410, हरेली से 312, रामनगर से 452 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।